



श्रीगंगानगर जिले में साइबर सेल और थाना सदर पुरानी आबादी की टीम ने मिलकर 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के साइबर फ्रॉड का खुलासा किया है। मुख्य आरोपी अजय आर्य को गिरफ्तार किया गया, जो कैप्प्मोरेफ़स कंपनी का डायरेक्टर है। इस फ्रॉड के खिलाफ प्रतिबिंब पोर्टल पर हजारों शिकायतें दर्ज हैं।
आरोपी अजय आर्य और उसके साथी पहले कर्नाटका के विजयपुरा और इंगलागी में लोगों से निवेश करवाते थे, लेकिन जून 2023 में अचानक कंपनी बंद कर दुबई भाग गए। आरोपियों ने “फोरेक्स ट्रेडिंग” के नाम पर लोगों से पैसे निवेश कराए थे और उन्हें 2-3 गुना रकम लौटाने का झांसा दिया था। इस धोखाधड़ी में लाखों लोग शामिल हुए, जिनसे करीब 2,000 करोड़ रुपये जुटाए गए।
आईपीएस गौरव यादव ने बताया कि इस मामले की जांच के दौरान अजय आर्य के घर से 10 लाख रुपये नकद, 85 लाख रुपये की लक्जरी कार, 3 सीपीयू, 6 मोबाइल फोन, 8 एटीएम कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए। साथ ही, प्रतिबिंब पोर्टल पर उनके बैंक खाते और मोबाइल नंबर से जुड़े 75 अन्य खातों पर भी साइबर फ्रॉड की शिकायतें मिलीं।

अजय आर्य और उसके सहयोगी अब तक देशभर में हजारों साइबर शिकायतों का सामना कर रहे हैं। आरोपियों ने कथित तौर पर ठगी के पैसे से कई आलीशान घर, लक्जरी गाड़ियां और प्लॉट खरीदे हैं, जिनकी जांच जारी है। यह साइबर फ्रॉड पूरी तरह से एक बड़ा आपराधिक नेटवर्क प्रतीत हो रहा है, जिसका विस्तृत अनुसंधान जारी है।