केंद्रीय बजट 2025 से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन आज नॉर्थ ब्लॉक में किया गया। यह परंपरा बजट तैयार करने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में होती है और इसके जरिए यह संकेत दिया जाता है कि बजट को अंतिम रूप दे दिया गया है और इसकी छपाई शुरू हो गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 01 फरवरी 2025 को वित्तीय वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी।
हलवा सेरेमनी क्या है?
हलवा सेरेमनी एक पारंपरिक कार्यक्रम है जो बजट पेश होने से पहले आयोजित किया जाता है। इस दौरान वित्त मंत्री और वित्त मंत्रालय के अधिकारी एवं कर्मचारी एक साथ हलवा खाते हैं। यह समारोह बजट तैयार करने वाली टीम की मेहनत को सम्मान देने और उनके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए आयोजित किया जाता है।
बजट तैयारी में गोपनीयता:
बजट तैयार करने की प्रक्रिया में पूरी गोपनीयता बरती जाती है। बजट से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में रहते हैं और उन्हें बाहरी दुनिया से संपर्क करने की अनुमति नहीं होती। उन पर इंटेलिजेंस ब्यूरो की निगरानी रहती है और सीसीटीवी कैमरों तथा जैमर के जरिए उन्हें बाहरी संपर्क से अलग रखा जाता है।
हलवा सेरेमनी का महत्व:
हलवा सेरेमनी बजट तैयार करने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में आयोजित की जाती है। इस दौरान वित्त मंत्री हलवा तैयार करने वाली कड़ाही को छूकर और अधिकारियों को हलवा परोसकर बजट की छपाई के लिए हरी झंडी दिखाती हैं। यह समारोह वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में होता है, जहां बजट की छपाई के लिए एक विशेष प्रिंटिंग प्रेस मौजूद है।
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ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
1950 तक बजट दस्तावेज की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी, लेकिन उसी वर्ष बजट के लीक हो जाने के बाद इसे नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में स्थानांतरित कर दिया गया। तब से बजट की छपाई यहीं होती है।
निष्कर्ष:
हलवा सेरेमनी बजट तैयारी की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो टीम की मेहनत को सम्मान देता है। यह परंपरा बजट की गोपनीयता और महत्व को दर्शाती है। अब सभी की नजर 01 फरवरी 2025 को पेश होने वाले केंद्रीय बजट पर है, जिसमें देश की आर्थिक दिशा और विकास के लिए नई योजनाओं की घोषणा की जाएगी।