महाकुंभ की आग तो ट्रेलर थी, पिक्चर अभी बाकी है,’ पत्र ने मचाई खलबली
अलीगढ़। महाकुंभ 2025 अग्निकांड के बाद अलीगढ़ के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यालय पर धमकी भरे पत्र मिलने से सनसनी फैल गई है। इन पर्चों में संघ और भाजपा को निशाना बनाते हुए धमकियां दी गई हैं। पत्र में महाकुंभ की आग की घटना को ‘सिर्फ एक ट्रेलर’ बताया गया है और आगे के लिए और भी गंभीर घटनाओं की चेतावनी दी गई है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं में डर, पुलिस जांच में जुटी
एबीवीपी कार्यालय के दरवाजे पर ये पत्र फंसे हुए पाए गए, जिनमें अभद्र भाषा और पाकिस्तान-फिलिस्तीन समर्थक नारे लिखे गए थे। जैसे ही कार्यकर्ताओं ने यह देखा, उन्होंने तुरंत संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों और पुलिस को सूचना दी।
सीओ द्वितीय राजीव द्विवेदी के मुताबिक, यह मामला बेहद गंभीर है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बावजूद अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, संगठनों में रोष
महानगर मंत्री शैलेंद्र प्रजापति ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गांधी पार्क थाने में मामला दर्ज कराया है। मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकुर शर्मा और प्रांत मीडिया संयोजक अरुण शर्मा समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
- Advertisement -
धमकी भरे पत्र का संदेश
दो अलग-अलग पर्चों में अभद्र भाषा और देश विरोधी नारे लिखे गए थे। इसमें एबीवीपी, भाजपा और संघ को खुलेआम चुनौती दी गई है।
- एक पर्चे में लिखा था, “महाकुंभ की आग तो सिर्फ ट्रेलर थी, पिक्चर अभी बाकी है।”
- दूसरे पर्चे में लिखा था, “बहुत नेतागिरी कर ली, अब सबक सिखाने का वक्त आ गया है।”
सीसीटीवी फुटेज से नहीं मिला सुराग
पुलिस ने बताया कि एबीवीपी कार्यालय के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया है। हालांकि, फुटेज में कोई संदिग्ध गतिविधि नजर नहीं आई। इस कारण पुलिस तकनीकी जांच और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है।
एबीवीपी की मांग और पुलिस का बयान
एबीवीपी के पदाधिकारियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच हो और जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ा जाए।
सीओ द्विवेदी ने कहा, “धमकी भरे पत्र फंसाने वाले आरोपी को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। यह मामला संवेदनशील है, और हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं।”
निष्कर्ष
यह घटना न केवल एबीवीपी बल्कि पूरे संगठन के लिए चिंता का विषय बन गई है। धमकी भरे पत्र और महाकुंभ 2025 अग्निकांड को जोड़ने वाली भाषा ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। मामले में आरोपी का जल्द पता लगाने के लिए जांच तेजी से जारी है।