

बीसलपुर जल आपूर्ति से जुड़ने के बावजूद पानी की किल्लत, ग्रामीण टैंकरों से खरीदने को मजबूर
सांपला क्षेत्र के गोपालपुरा पंचायत और उसके अधीन आने वाले पांच गांवों के लोग एक साल बाद भी बीसलपुर पाइपलाइन से पीने का पानी नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। हालात यह हैं कि कड़ाके की ठंड में भी इन गांवों के लोग पानी की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं और उन्हें महंगे दामों पर निजी टैंकरों से पानी खरीदना पड़ रहा है।
गोपालपुरा, खेड़ी शंकर, सांपली, रामखेड़ी और कल्याणपुरा गांव बीसलपुर पाइपलाइन से जुड़ने के बावजूद जलदाय विभाग की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण इन गांवों के 2000 से ज्यादा लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। इन गांवों में जलापूर्ति नहीं हो रही है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी फैल रही है।
सर्दियों में भी पानी के लिए संघर्ष कर रहे लोग अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए निजी टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हैं। इस स्थिति पर ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे जलदाय विभाग और ग्राम पंचायत कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे।
- Advertisement -
इसके अलावा, क्षेत्रीय विधायक शत्रुघ्न गौतम द्वारा गोद लिए गए गोपालपुरा पंचायत के श्यामपुरा गांव में भी पिछले दो वर्षों से पेयजल संकट बरकरार है। यहां के स्कूलों में बच्चों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, और शिक्षकों को भामाशाहों की मदद से कुएं में मोटर डालकर पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि गोपालपुरा, श्यामपुरा, खेड़ी शंकर, सांपली, रामखेड़ी और कल्याणपुरा गांवों को जलापूर्ति देने के लिए वे शीघ्र ही विधायक शत्रुघ्न गौतम से मिलकर उन्हें इस समस्या से अवगत कराएंगे।
सांपली के पूर्व उपसरपंच रामलाल चौधरी और कल्याणपुरा के रामराज मालीका ने भी बीसलपुर जल आपूर्ति की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि एक साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन इन गांवों में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है।
इस पर सरवाड़ पीएचईडी के जेईएन सावन कुमार ने बताया कि सभी गांवों को टंकी से जोड़ने का काम जारी है। श्यामपुरा बीसलपुर पाइपलाइन से जुड़ा हुआ है, लेकिन सड़क निर्माण के दौरान लाइन में क्षति आई थी, जिसे ठीक करने के बाद श्यामपुरा को भी पानी मुहैया कराया जाएगा।