अलवर:
राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को लेकर भजनलाल सरकार में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वहीं, सांसद हनुमान बेनीवाल ने भर्ती परीक्षा को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शुरू से ही उनका स्टैंड यह रहा है कि इस परीक्षा में लगभग 80 फीसदी लोग फर्जी हैं और यह परीक्षा रद्द होनी चाहिए।
बेनीवाल ने आरोप लगाया कि एसओजी ने कई लोगों को ऑब्लाइज किया और पेपर देकर ट्रेनिंग कर रहे एसआई को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, उन आरोपियों के पिता, भाई या अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ एसओजी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया और उनकी मदद की कोशिश की, जिन लोगों ने पेपर लीक किया था।
“परीक्षा रद्द करना बीजेपी का कमिटमेंट था”- बेनीवाल
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होनी चाहिए, क्योंकि यह मुख्यमंत्री भजनलाल और बीजेपी का कमिटमेंट था। उन्होंने आगे कहा, “राजस्थान के युवा सरकार की इस ओर ध्यान लगाए हुए हैं, और इस मामले में धरना-प्रदर्शन करने के बाद हम सड़कों पर भी उतरेंगे। हम आरपीएससी को भंग करने की मांग करते हैं और उन कांग्रेस नेताओं को जेल में डालने की मांग करते हैं जिन्होंने पेपर लीक किया।”
कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का दिया आदेश
इस बीच, राजस्थान उच्च न्यायालय ने एसआई भर्ती परीक्षा से संबंधित मामले पर जवाब के लिए नोटिस जारी किया है और फिलहाल भर्ती प्रक्रिया पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। कोर्ट ने प्रमुख गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) सचिव, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के अतिरिक्त महानिदेशक और दो प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों को नोटिस जारी करने का आदेश भी दिया। इस मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

