

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जोरदार जीत हासिल की है, जिसमें उन्होंने डेमोक्रेटिक कैंडिडेट कमला हैरिस को हराया। ट्रंप की इस जीत का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने अमेरिका-भारत के बीच रिश्ते मजबूत करने का संकल्प लिया था, और दिवाली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना मित्र बताते हुए रिपब्लिकन सरकार में संबंधों को और बढ़ाने की बात की थी।
कच्चे तेल की कीमतों में संभावित गिरावट से भारतीय कंपनियों को लाभ
ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने से कच्चे तेल की कीमतों में कमी की संभावना जताई जा रही है, जिससे भारत को सीधा फायदा हो सकता है। कम क्रूड कीमतों से ऑयल मार्केटिंग कंपनियां जैसे HPCL, BPCL, IOC को लाभ होगा, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें घट सकती हैं। इससे एमआरपीएल, चेन्नई पेट्रो, मनाली पेट्रोल जैसी कंपनियों के लिए उत्पादन लागत में कमी आएगी और एविएशन कंपनियों को भी सस्ता एटीएफ मिलने से हवाई यात्रा सस्ती हो सकती है।
अन्य क्षेत्रों पर असर
क्रूड के दाम घटने से टायर कंपनियों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि टायर निर्माण में कच्चे तेल से बने कार्बन ब्लैक या सिंथेटिक रबर का इस्तेमाल होता है। पेंट और एफएमसीजी कंपनियों को भी इसका फायदा मिलेगा, जिससे उत्पादन लागत में कमी आएगी और पेंट व एफएमसीजी उत्पादों की कीमतें घट सकती हैं।

भारतीय आईटी कंपनियों को भी लाभ की संभावना
ट्रंप की जीत से अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने की उम्मीद है, जिससे भारतीय आईटी कंपनियों को विदेशी मुद्रा में लाभ होगा। अमेरिकी शेयर बाजार में संभावित तेजी से इन कंपनियों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ेगी, साथ ही अमेरिका में कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की संभावनाएं भी हैं, जिससे यूएस कंपनियां अधिक खर्च करेंगी और भारतीय आईटी कंपनियों के लिए अवसर बढ़ेंगे।
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Disclaimer Note: इस खबर का विश्लेषण संभावनाओं पर आधारित है, और इनमें आर्थिक बाजार के उतार-चढ़ाव की जोखिम भी शामिल है। कृपया निवेश संबंधी निर्णयों में सावधानी बरतें और विशेषज्ञों की सलाह लें।