


दौसा पुलिस ने चार करोड़ की ऑनलाइन ठगी में शामिल तीन अपराधियों और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया
दौसा पुलिस ने फर्जी और लालची मैसेज भेजकर ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, साथ ही एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया है। ये आरोपित विभिन्न राज्यों में मिलकर लगभग चार करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने उनके पास से चार एंड्रॉयड फोन और चार अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड भी बरामद किए हैं।
दौसा के एसपी रंजीता शर्मा ने बताया कि मंडावर थाना अधिकारी चंद्रशेखर की अगुवाई में 8 अक्टूबर 2024 को इन ठगों को गिरफ्तार किया गया। साइबर सेल को कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर मिले थे, जिनकी लोकेशन मंडावर क्षेत्र में पाई गई थी। इसके बाद, ASI रमेश चंद्र के नेतृत्व में एक टीम को इन नंबरों की ट्रैसिंग के लिए भेजा गया।
जब टीम टहलड़ी तलाई के पास पहुंची, तो उन्होंने देखा कि चार व्यक्ति एक मकान के बगल में बैठे थे और अपने मोबाइल से लोगों को फर्जी क्रेडिट मैसेज भेजकर साइबर ठगी कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें घेर लिया और उनके मोबाइल फोन चेक किए। जांच में यह पाया गया कि ये लोग व्हाट्सऐप के जरिए कई लोगों को पैसे क्रेडिट होने का झांसा देकर ठगी कर रहे थे।
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मंडावर थानाधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि पकड़े जाने से पहले भी इन बदमाशों ने लोगों से फोन-पे स्कैनर के जरिए पैसे मांगने वाले मैसेज भेजे थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर और बैंक खाते की जानकारी साइबर पुलिस पोर्टल पर जांची, जिससे पता चला कि सभी आरोपियों के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हैं।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने कई राज्यों में मिलकर चार करोड़ रुपये की साइबर ठगी की है। गिरफ्तार आरोपियों में सीताराम मीना (खेडा मिर्जापुर, रैणी जिला अलवर), विजय कुमार मीना (बैरेर, राजगढ़ जिला अलवर), जलपेन्द्र मीना (खेडा मिर्जापुर, रैणी जिला अलवर) शामिल हैं, और एक बाल अपचारी भी पकड़ा गया है।
**सावधानी नोट:**
इस घटना से स्पष्ट होता है कि साइबर ठगी का खतरा बढ़ रहा है। सभी नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी प्रकार के लालची संदेश पर ध्यान नहीं देना चाहिए।