बीकानेर। राजस्थान में एक बार फिर आरक्षण आंदोलन शुरू हो गया है। भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाटों ने केंद्र में ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण मांगते हुए पटरियां उखाड़ने, ट्रेनें रोकने और हाईवे जाम करने की चेतावनी दे डाली है। यह मुद्दा आज का नहीं, 24 साल से चलता आ रहा है।
भरतपुर-धौलपुर के जाटों को राजस्थान में तो ओबीसी आरक्षण मिला हुआ है, लेकिन केंद्र में नहीं है। राज्य सरकार केंद्र को सिफारिश भेज चुकी है, लेकिन लंबे अदालती मुकदमों और कानूनी प्रक्रियाओं में उलझने की वजह से दो जिलों में रहने वाले जाटों का आरक्षण केंद्र में अटका हुआ है।
इन दो जिलों को छोड़ दें तो बाकी जिलों में रहने वाले जाटों को साल 2000 में ही केंद्र की नौकरियों में ओबीसी आरक्षण मिल गया था।
