


बीकानेर। जिले की बिगड़ी यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए नया यातायात प्लान बनाया गया है। इसमें यातायात को सुगम बनाने के लिए शहर के तीन अति व्यस्ततम मार्गों को वन-वे करने का प्रस्ताव है। शहर के केईएम रोड, स्टेशन रोड एवं राजीव गांधी मार्ग को तिपहिया फ्री किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम के निर्देशन में यातायात पुलिस ने नया प्लान तैयार किया गया है। सब कुछ ठीक रहा तो आजादी के 83 साल बाद शहर का ट्रैफिक प्लान बदलने का खाका तैयार हो चुका है। इस प्लान के लागू होने पर शहर का रेंग-रेंग कर चलता ट्रैफिक सुगमता से रफ्तार पकड़ सकेगा। पैदल चलने वालों को फुटपाथ मिलेगा। बाजार में खरीदारी करने आने वालों को भीड़ एवं प्रदूषण से निजात मिलेगी।
यातायात के ये सात कदम …
– शहर में वन-वे को सुचारु रूप से क्रियान्वित किया जाएगा।- शहर में गांवों से आने व जाने वाली बसों के रूट पुनः निर्धारित करेंगे।
– शहर में बसों के ठहराव और सवारियों के उठाने व उतारने – के स्थान आरटीओ व पीडब्ल्यूडी के साथ समन्वय स्थापित कर फिर से निर्धारित किए जाएंगे। शहर के रानीबाज रेलवे स्टेशन, गोगागेट सर्किल को वन-वे करेंगे।
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केईएम रोड, स्टेशन रोड एवं राजीव गांधी मार्ग को तिपहिया – वाहन फ्री करेंगे। शहर की संकरी गलियों व लिंक सड़कों पर यातायात सुधार के लिए चार बाइक (कैट दस्ते) की सहायता ली जाएगी।
विस्तार ले चुका है शहर और आबादी

राज्य अभिलेखागार के मुताबिक वर्ष 1941 में जिले की जनसख्या 6 लाख 7 हजार 672 थी। इसमें शहरी क्षेत्र की 1 लाख 36 हजार 801 जनसंख्या थी। अब बढ़कर जिले की जनसंख्या 24 लाख के करीब पहुंच गई है। शहरी क्षेत्र की जनसंख्या करीब नौ लाख हो गई है। साल 1941 में प्रतिवर्ग मील पर 36 व्यक्ति निवास करते थे। अब प्रतिवर्ग मील 125-150 से व्यक्ति निवास कर रहे हैं। साथ ही 83 साल पहले शहरी क्षेत्र दो से ढाई किलोमीटर की परिधि में था, जो अब बढ़कर 20 से 25 किलोमीटर हो गया है।
इतने स्टाफ के भरोसे यातायात
एक सीओ, एक टीआई, एक एसआई, चार एएसआई, हवलदार 29, सिपाही 77 एवं पांच होमगार्ड हैं। दो इंटरसेप्टर, दो मोबाइल गाडिय़ां, एक क्रेन, एक रिकवरी ट्रक एवं टीआई की गाड़ी है। बाइक पांच, ई-चालान मशीन 43. ब्रेथ एनेलाइजर 30, हेलमेट विद कैमरा 10 और पु कर्मियों को 11 बॉडीवॉर्न मिले हुए हैं। यातायात पुलि
पास संसाधन और नफरी बेहद कम है।