बीकानेर, । बीकानेर पश्चिम विधानसभा के टिकट के दावेदारों 30 अप्रैल 2023 को जारी की गईमतदाता सूचियों में धांधली का आरोप लगाया है। राज कुमार किराडू द्वारा गुरुवार को प्रेसवार्ता करते हुए बताया की बीकानेर पश्चिम में लगभग 13 हजार 343 मतदाताओंके नाम प्रथम दृष्ट्या या तो फर्जी जुड़े या नियम विरुद्ध। इसके लिए उन्होंने जिलानिर्वाचन अधिकारी के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी है और इसकी जांचकरने की मांग की है। किराडू ने बताया की प्रेस वार्ता करने वालों में कांग्रेसनेता जिला उपाध्यक्ष अब्दुल मजीद खोखर, पूर्वप्रदेश उपाध्यक्ष, राजस्थान युवा काँग्रेस अरुण व्यास, वरिष्ठकाँग्रेस नेता गुलाममुस्तफा,पूर्व पार्षद दीन मोहम्मद, पूर्वपार्षद सरताजहुसैन और पार्षद प्रतिनिधी सुभाष स्वामी आदिमौजूद रहे। उन्होंने बताया कि बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची मेंजुड़ने वाले नए नामों में प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता या गड़बड़ी नजर आ रही है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 केविधानसभा चुनाव की अंतिम मतदाता सूची में बीकानेर पश्चिम में 2,08,496 मतदाता थे। वहीं अप्रैल 2023 को जारी मतदान सूची में यह संख्या बढ़कर 2,32,987 हो गई। इस प्रकार इनके बीच 24,491 मतदाताओं का अंतर सामने आया है। इनमें से 13,343 मतदाता 2018के चुनाव की अंतिम मतदाता सूची के अनुसार मतदाता नहीं थे और वर्ष 2023 की 30अप्रैल को जारी मतदाताओं की सूची में शामिल हैं। इन 13,343 मतदाताओं की उम्र 30 वर्ष से अधिक है। जिसके संदर्भ में नंबर फॉर्म 6 और 7की जांच की जानी चाहिए। यह 13343 मतदाता, 30वर्ष से अधिक आयु के हैं। पांच वर्ष पूर्व इनकी आयु 25 वर्ष से अधिक थी। ऐसे में तब भी इनका नाम मतदाता सूची मेंहोना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आम राय में इन्हें जाली/अवैध मतदाताओं के रूप मेंजाना जा सकता है। जिसकी गहन जांच किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि बीकानेरपश्चिम विधानसभा में 193 मतदानकेंद्र हैं। कुछ केंद्रों में इस दौरान 350 से अधिक मतदाता जुड़े हैं। इनमें मतदान केंद्र संख्या 4 में 433, 6 में 448, 29 में 523 व31 में 621नए मतदाताओं के नाम जुड़े हैं, जोआस पास के ही क्षेत्र हैं। यह भी गहन जांच का विषय है।सभी ने इतनी बड़ी संख्या में जुड़ने वाले नामों की गहनता सेजांच करने और नए नाम जाली होने की स्थिति में इन्हें अविलंब हटवाने की मांग की है।अब्दुल मजीद खोखर ने कहा की मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी उच्च स्तरपर जांच करवाई जाए। अरुण व्यास ने कहा की यह लोकतांत्रिकव्यवस्था को प्रभावित करने की मंशा रखने वाले विरोधी पार्टी के लोगों के मंसूबेसफल नहीं हो और प्रत्येक पात्र और वास्तविक मतदाता अपने अधिकार का उपयोग कर सके।उन्होंने इससे जुड़े कुछ साक्ष्य भी प्रस्तुत किए हैं। गुलाम मुस्तफा ने कहा किअवैध नाम जुड़वाना कानूनन अपराध है। ऐसा पाए जाने पर संबधित के विरुद्ध सख्तकार्यवाही की जाए। सुभाष स्वामी ने कहा कि गलत नाम जुड़वाकर लोकतांत्रिक व्यवस्थाको प्रभावित करने का प्रयास किया गया है। दीन मोहम्मद ने बताया कि यह पत्र राज्यके मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भी भिजवाया गया है। सरताज हुसैन ने कहा कि जांच कीकार्यवाही 4 अक्टूबर से पूर्व हो, जिससेत्रुटी रहित मतदाता सूची तैयार हो सके|

