


आज का मानसून अब बढ़ेगी गर्मी-उमस; दो दिन बाद फिर एक्टिव होगा नया सिस्टम
जयपुर।राजस्थान में मौसम करीब-करीब साफ हो गया है। पूर्वी राजस्थान के साथ अब पश्चिमी राजस्थान में बारिश की गतिविधियां थम गई हैं। हालांकि मानसून का यह ब्रेक ज्यादा दिन तक नहीं रहेगा। 22 सितंबर से एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसके असर से प्रदेश में फिर से बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में बन रहा यह सिस्टम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है।
पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखें तो बाड़मेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, सिरोही, जैसलमेर और बीकानेर के कुछ एरिया में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बाड़मेर के धोरीमन्ना में सबसे ज्यादा 73MM बरसात रिकॉर्ड की गई। हनुमानगढ़, गंगानगर एरिया में मंगलवार देर शाम तेज हवाओं के साथ कई स्थानों पर अच्छी बारिश देखने को मिली। बारिश से किसानों को बहुत नुकसान हुआ, यहां खेतों में कटी रखी कपास, मूंग, ग्वार की फसलें पानी में गीली होकर खराब हो गईं।
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पिछले कुछ दिनों से गंगानगर-हनुमानगढ़ एरिया में तेज बारिश और तेज हवाओं के कारण फसलों को जो नुकसान हुआ है, उसकी गिरदावरी करवाने के लिए विधायक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। विधायक ने गंगानगर में 80 फीसदी तक फसलों के खराब होने की आशंका जताई है।

बंगाल की खाड़ी में नया वेदर सिस्टम एक्टिव
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक नया लो-प्रेशर सिस्टम (वेदर सिस्टम) बन रहा है, जो अब धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा और उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में अपना असर दिखाएगा। इस सिस्टम का राजस्थान में असर 22 सितंबर से देखने को मिल सकता है। पूर्वी राजस्थान के कोटा, उदयपुर, भरतपुर और जयपुर संभाग के कुछ भागों में गरज-चमक के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
अब तक 14 फीसदी ज्यादा बरसात
राज्य में मानसून की अब तक की स्थिति देखें तो सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। राजस्थान में मानसून सीजन में 1 जून से 19 सितंबर तक औसत बरसात 423.5MM बारिश होती है, जबकि इस सीजन में अब तक 483.5MM बारिश हो चुकी है।
मानसून की विदाई में लगेगा अभी समय
अगस्त में किए गए पूर्वानुमान और सितंबर के शुरुआत में कमजोर रहे मानसून को देखकर मौसम विशेषज्ञ अनुमान जता रहे थे कि इस बार मानसून की विदाई सितंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगी। इस बीच बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रहे वेदर सिस्टम को देखकर अब अनुमान जताया जा रहा है कि सितंबर के आखिरी सप्ताह तक राज्य में मानसून एक्टिव रह सकता है। इस बार राज्य से मानसून की विदाई देरी से हो सकती है।