जयपुर। राजस्थान में अगर किसी मनचले ने तीन या उससे ज्यादा बार छेडख़ानी की तो कैरेक्टर सर्टिफिकेट में बदनुमा दाग लग जाएगा। पुलिस ऐसे मनचलों के कैरेक्टर सर्टिफिकेट में स्पेशल नोट डालेगी, जो आपका करियर बर्बाद कर सकता है। इतना ही नहीं हिस्ट्रीशीटर की तरह मनचलों का रिकॉर्ड और फोटो थानों में रखा जाएगा।
मनचलों पर लगाम कसने के लिए पुलिस की निर्भया स्क्वॉड ने काम भी शुरू कर दिया है। टीम की महिला पुलिसकर्मी कॉलेज गर्ल बनकर गल्र्स कॉलेज के आस-पास घूम रही हैं। स्कूल जाने वाले रास्तों, सिटी बसों और ऑटो में सफर कर मनचलों पर शिकंजा कस रही हैं।
महज चार दिन में 160 मनचले जयपुर में पकड़े गए हैं। इनमें से 50 को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन बार ऐसी ही गलती करने वालों की पहचान की जा रही है। मनचलों को सरकारी नौकरी से वंचित रखने के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस के लिए एक्शन प्लान बनाना चुनौतीपूर्ण था। मनचलों को कैसे पकड़ा जाए? इनका कैरेक्टर सर्टिफिकेट बनाने और डेटा मेंटेन कैसे किया जाएगा?
7 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चीफ सेक्रेटरी, डीजी पुलिस और अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था को लेकर बैठक ली थी। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मौखिक आदेश देते हुए कहा था कि ‘जो मनचले लोग हैं, जो लड़कियों से साथ बदतमीजी करते हैं, उनका इलाज करो। इनका नाम लिखो और आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजो। मनचले बहन-बेटियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं, हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
लड़कियों से 3 बार छेड़छाड़ तो नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी

