बीकानेर। एक ओर प्रदेश की कांग्रेस सरकार विद्युत तंत्र को मजबूत करने के दावे किये जा रहे है तो दूसरी ओर फ्यूल सरचार्ज के नाम पर जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है। बीते पांच सालों में यदि बीकानेर की बात करें तो विद्युत तंत्र कितना मजबूत हुआ है। यह बात किसी से छुपी नहीं है। विद्युत तंत्र को मजबूत करने की दिशा में सरकार ने क्या कदम उठाये है। यह भी कहने की जरूरत नहीं है। मंत्री जी को लोकार्पण व शिलान्यास जैसे कार्यक्रमों से फुरसत तक नहीं है।ऊर्जा मंत्री भी बीकानेर से ही आते है। जहां एक ओर सरकार 100 यूनिट बिजली फ्री देने का दंभ भर रही है तो दूसरी ओर इस बार बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। जिससे उपभोक्ता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। दूसरी ओर फ्यूल सरचार्ज वसूलने पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार भाजपा के निशाने पर है।बुधवार को भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रेस फॉफ्रेंस बुलाकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार व बिजली कंपनी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम आम जनता के साथ है और इसके लिए लड़ाई लडऩे को तैयार है। शेखावत ने कहा कि सरकार पिछले डेढ़ साल का जो फ्यूल सरचार्ज जनता से वसूल रही है। वह लापरवाह अधिकारियों से वसूला जाना चाहिए। उन पर नियमों के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। शेखावत ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि फ्यूल सरचार्ज के नाम पर गहलोत टैक्स जनता से वसूला जा रहा है। जिसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
बिजली कंपनी पर हमला बोलते हुए कहा कि कंपनी बिना एमयू के कार्रवाई कर रही है। आरोप लगाया है कि कंपनी नियमों के खिलाफ जाकर उपभोक्ताओं को तंग व परेशान कर रही है। बिजली के बिल को च्करंटज् कारने वाला बताते हुए शेखावत ने कहा कि एक ओर प्रदेश की सरकार 17 रुपये की दर से बिजली खरीदर कर रही है तो दूसरी ओर सोलर प्लांट में उत्पादित बिजली को 2 रुपये की दर से खरीद रही है। सरकार को विद्युत उत्पादन करने वाली सोलर कंपनियों की राशि बढ़ाकर उन्हें प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
फ्यूल सरचार्ज के नाम पर जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है: शेखावत

