


जयपुर।राजस्थान में आज मानसून की एंट्री हो गई। मानसून ने भरतपुर, कोटा, झालावाड़ के रास्ते प्रदेश में प्रवेश किया। भरतपुर, अलवर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, धौलपुर, कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर और चित्तौड़गढ़ में मानसून एक्टिव हो गया है। 2 से 4 दिन में पूरे राजस्थान में होगा एक्टिव
राजस्थान में भले ही इस बार मानसून के देरी से आने की भविष्यवाणी की जा रही थी, लेकिन ये सब फेल हो गई। मानसून ने अपने निर्धारित समय से केवल एक दिन की देरी से ही राज्य में प्रवेश किया है। सामान्यत: राजस्थान में मानसून की एंट्री 24 जून मानी जाती है। पिछले साल मानसून की एंट्री 30 जून को हुई थी। मौसम केंद्र जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा के मुताबिक पूरे राजस्थान में मानसून के एक्टिव होने में 2 से 4 दिन का समय लग सकता है। इस मानसून सीजन में बारिश सामान्य या उससे कम होने का पूर्वानुमान है। 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट मौसम केन्द्र जयपुर ने 26 से 28 जून तक राजस्थान में अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया है। दक्षिण राजस्थान के 8 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें बारां, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ और उदयपुर शामिल हैं। जबकि पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर को छोड़कर शेष जिलों में 26 से 28 जून तक अच्छी बारिश होने का अनुमान है। बंगाल की खाड़ी से चली हवा ने दी मानसून को गति देश में इस बार मानसून की एंट्री भले ही देरी से हुई हो, लेकिन बंगाल की खाड़ी से आई पूर्वी हवा ने अधिकांश भारत में डिले हो रहे मानसून को समय पर पहुंचा दिया। राजस्थान में भी मानसून की एंट्री के लिए ये हवा अनुकूल रही। इसी कारण राजस्थान में लगातार दूसरे साल मानसून की एंट्री पूर्वी राजस्थान से हुई है। राजस्थान में मानसून सामान्यतः अरब सागर से आने वाली हवा से एंटर होता है। जो उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड़ के रास्ते प्रवेश करता है। भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में 91MM बारिश बीती रात पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। जयपुर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर और अजमेर संभाग के 21 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज हुई। बारिश का दौर रविवार सुबह तक कई जगह रुक-रुक कर जारी रहा। सबसे ज्यादा बारिश भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में 91MM (करीब 4 इंच) दर्ज हुई। अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, टोंक और उदयपुर जिलों में बारिश दर्ज हुई। खरीफ के लिए अच्छी शुरुआत बारिश होने के साथ ही राज्य में खरीफ की बुवाई शुरू हो गई है। राजस्थान में खरीफ की फसलों में बाजरा, मूंगफली, ज्वार, मक्का और मूंग की सबसे ज्यादा पैदावार होती है।

जगह बारिश (MM)
जावजा (अजमेर) 65
पुष्कर (अजमेर) 62
अजमेर शहर 40
श्रीनगर (अजमेर) 37
कठूमर (अलवर) 25
टपूकड़ा (अलवर) 25
नगर (भरतपुर) 85
कामां (भरतपुर) 46
डीग (भरतपुर) 36
मांडलगढ़ (भीलवाड़ा) 91
बिजौलिया (भीलवाड़ा) 85
जैतपुरा (भीलवाड़ा) 73
कोटड़ी (भीलवाड़ा) 52
मेजा डेम (भीलवाड़ा) 34
बूंदी शहर 25
डूंगला (चित्तौड़गढ़) 32
वागन डैम (चित्तौड़गढ़) 25
बेजूपाड़ा (दौसा) 42
रामगढ़ पचवाड़ा (दौसा) 40
झालरापाटन (झालावाड़) 36
खानपुर (झालावाड़) 32
मलसीसर (झुंझुनूं) 42
नवलगढ़ (झुंझुनूं) 24
बिलाड़ा (जोधपुर) 23
सपोटरा (करौली) 24
लाडपुरा (कोटा) 87
कोटा बैराज 49
सुल्तानपुर (कोटा) 30
डींगोद (कोटा) 28
डेगाना (नागौर) 25
मकराना (नागौर) 24
गिरिनन्दा (पाली) 65
छोटी सादड़ी (प्रतापगढ़) 28
गंगापुर सिटी (सवाई माधोपुर) 25
बामनवास (सवाई माधोपुर) 24
कैर (सिरोही) 27
मालपुरा (टोंक) 47
नगर फोर्ट (टोंक) 24
जयसमंद (उदयपुर) 60
सलूंबर (उदयपुर) 46
कोटड़ा (उदयपुर) 23