


श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले में पंजाब से आने वाली नहरों में केमिकल युक्त गंदा पानी इलाके के लोगों को कैंसर जैसी भयानक बीमारी का दर्द दे रहा है। जिले के कई गांवों में ऐसे लोग हैं जिन्हें इसी गंदे पानी ने इस जानलेवा बीमारी का शिकार बनाया है। श्रीगंगानगर में बड़ी संख्या में ऐसे कैंसर रोगी हैं, जो इसी नहरी पानी के कारण बीमारी का शिकार हुए हैं। इस पानी से कई अन्य बीमारियां भी पनपने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। पंजाब से आ रहा जहर पंजाब के अमृतसर और आस-पास के कई इलाकों में नहरों के किनारे फैक्ट्रियां लगी हैं। इनमें चमड़े और कई अन्य उत्पादों की फैक्ट्रियां भी हैं। इन फैक्ट्रियों से आने वाली गंदगी सीधे ही नहरों में बहा दी जाती है। श्रीगंगानगर का जिला प्रशासन इस बारे में कई बार पंजाब के सीएम और अन्य अधिकारियों से मिलता रहा है लेकिन अब तक इसका कोई समाधान नहीं हुआ है। केस- 1 दो बेटे और बहू हुई कैंसर की शिकार शहर से सटे गांव साधुवाली में रहने वाली माधोदेवी के दो बेटे और बहू इस गंदे पानी के चलते कैंसर का शिकार हो चुके हैं। माधोदेवी बताती हैं कि इस गंदे पानी पर रोक लगना जरूरी है। इसी के कारण उनके बड़े बेटे गौरीशंकर को 2016 में कैंसर हो गया था। जिसके बाद 2020 में उसकी मौत हो गई। छोटा बेटा महेश 2018 में कैंसर का शिकार हुआ और 2021 में उसकी मौत हो गई। वहीं गौरीशंकर की पत्नी भगवती देवी 2014 में कैंसर का शिकार हुई और 2022 में उसकी मौत हो गई। केस-2 बीकानेर और जयपुर में हो रहा इलाज इसी गांव में रहे हनुमान बरावड़ का कहना है कि उन्हें करीब ढाई साल से कैंसर है। वे बीकानेर और जयपुर में इलाज ले रहे हैं। वे बताते हैं कि पंजाब से आने वाली नहर उनके गांव के जरिए ही राजस्थान की सीमा में प्रवेश करती है। इसी का पानी पीकर उन्हें कैंसर हुआ। वे बताते हैं कि वे पिछले ढाई साल से बीकानेर और जयपुर में इलाज ले रहे हैं। शहर के लोग कर रहे आंदोलन इलाके की इस परेशानी को रोकने के लिए श्रीगंगानगर के लोग आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब के सीएम भगवंत मान के श्रीगंगानगर दौरे को देखते हुए इलाके के लोग इन दिनों जगह-जगह फ्लेक्स बोर्ड लगाकर हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं। यह फ्लेक्स पंजाब के सीएम मान को सौंपा जाएगा।
