


जयपुर। राजस्थान में अब एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है, यह विक्षोभ यूं तो बुधवार से ही सक्रिय हो चुका है लेकिन इसका ज्यदा प्रभाव 28 से 30 अप्रेल के बीच पूरी होने की पूरी संभावना है। इस दौरान छह संभागों में पश्चिमी विक्षोभ का भारी प्रभाव नजर आएगा और भीषण आंधी, बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना है। मौसम विभाग ने इस दौरान 28 से 30 अप्रेल के बीच लोगों को बारिश के वक्त सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी है। साथ ही अनाज व फसलों को खुले में नहीं रखने की चेतावनी भी दी है।
नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण 27 अप्रेल से राज्य में मेघगर्जन के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके साथ ही जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, उदयपुर और कोटा संभाग के कुछ भागों में तीव्र थंडरस्टॉर्म, तेज हवाएं और हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार इसके बाद 28 अप्रेल से इन संभागों में भारी आंधी बारिश की गतिविधियों में 27 अप्रैल से और ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि 28 से 30 अप्रेल के बीच बारिश या मेघगर्जन के दौरान सुरक्षित स्थान पर शरण लेवे, पेड़ों के नीचे या अस्थाई स्थानों पर जहां उनके गिरने का खतरा हो खड़े ना हों।
मौसम विभाग द्वारा बताया गया है कि मौसम में बदलाव के कारण राजस्थान के कई इलाकों में तीन दिन तक भारी बारिश होने की संभावना है। इन दिनों दिनभर आंधी और हवाओं के बीच बारिश भी होगी। जयपुर के मौसम केंद्र के मुताबिक, 28 से 30 अप्रेल के दौरान राज्य के अधिकांश भागों में तंत्र का सर्वाधिक असर रहने की पूरी संभावना के साथ कुछ जगह पर तेज थंडरस्टॉर्म, 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी और हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की पुर्ण संभावना है।
वो सामने जिंदा जलते और तड़पते हुए जान बचाने की गुहार लगता रहा और मैं नहीं बचा पाया’
इस दौरान बारिश और आंधी के कारण 28 अप्रेल से तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। मौसम विभाग के हिसाब अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, अलवर, बाड़मेर, जोधपुर और उदयपुर में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से २ से लेकर ६ डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहा है।
