

जयपुर। अब जिले की ग्राम सेवा सहकारी समितियां जल्द ही हाइटेक होगी। सरकारी बैंकों की तर्ज पर ग्राम सेवा सहकारी समितियों में खाते खोले जाएंगे। ऐसे में किसान घर बैठे लेन-देन का कार्य कर सकेंगे। उधर, प्रथम चरण में सवाईमाधोपुर जिले की 106 व करौली की 58 जीएसएस के भेजे प्रस्ताव बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजे है।
प्रदेश में सहकारिता की अहम कड़ी मानी जाती रही ग्राम सेवा सहकारी समितियों के सदस्य किसानों को अब सुविधा मिल सकेगी। सरकार की ओर से जल्द ही ग्राम सेवा सहकारी समितियों को कंप्यूटराइज्ड किया जाएगा। सभी काम ऑनलाइन होने से किसानों को बैंकिंग संबंधी लेन-देन से लेकर जरूरी दस्तावेजों के लिए ई-मित्रों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। समिति के सदस्य किसानों के सरकारी बैंकों की तर्ज पर बचत खाते भी खोले जाएंगे। कोर बैंकिंग सुविधा शुरू होने से जिले के एक लाखसे अधिक किसानों को फायदा होगा।
ऑनलाइन से कार्य में आएगी पारदर्शिता
ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कार्य ऑनलाइन होने से कामकाज में पारदर्शिता भी आएगी। वर्तमान में जिन समितियों में कार्य ऑनलाइन हो रहा है, वहां किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आ रही है। सभी काश्तकारों को भूमि के अनुरूप ही खाद वितरित किया जा रहा है। अगर इसी तरह सभी सहकारी समितियां ऑनलाइन हो जाएंगी तो किसानों को भी फायदा होगा। इसके साथ ही किसानों को राज्य सरकारी की विभिन्न योजनाओं की भी ग्राम सेवा सहकारी के माध्यम से जानकारी मिल सकेगी।
