बीकानेर। गैंगस्टर व हार्डकोर बदमाश युवाओं व नाबालिगों के कंधों पर बंदूक रख कर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। रंगदारी, हत्या, जानलेवा हमला, फायरिंग एवं व्यापारियों-जनप्रतिनिधियों को धमकाने जैसे संगीन अपराध को युवाओं के माध्यम से करवा रहे हैं। गैंगस्टर ऐसे युवाओं को चिन्हित कर अपने साथ कर रहे हैं, जो किसी न किसी तरह से आर्थिक, सामाजिक एवं मानसिक रूप से परेशान हैं। वे इनको बड़े-बड़े सपने दिखाते हैं। उन्हें मोटी रकम का लालच देकर अपराध कराते हैं। एक बार अपराध करने के बाद युवा दलदल में ऐसा फंसता है कि फिर इनके चंगुल से निकल नहीं पाता। गैंगस्टरों के निशाने पर खासतौर से पुलिस कर्मचारियों, राजनेताओं, प्रभावशाली लोगों एवं उच्च पदों पर आसीन अधिकारियों के बेटे-भाई व रिश्तेदार होते हैं, ताकि मौका पडऩे पर वे पुलिस से उनका बचाव कर सकें।
केस एक : –
जयपुर के जी-क्लब में की गई फायरिंग में पकड़े गए दो नाबालिग बीकानेर के थे। इन दोनों ने हथियार मुहैया कराने से लेकर फायरिंग तक में मुख्य भूमिका निभाई। दोनों नाबालिग आपराधिक दुनिया में नए थे। इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।
गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गों को हथियार सप्लाई करने के मामले में पुलिसकर्मियों के बेटे पकड़े गए। ये भी युवा हैं। हालांकि, इनका भी फिलहाल तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
हनुमानगढ़ में व्यापारी की दुकान पर फायरिंग मामले में गैंगस्टरों ने युवाओं का इस्तेमाल किया। फायरिंग करने वालों में दो युवक अपराध की दुनिया में नए हैं। पुलिस पड़ताल में पता चला है कि इन पर अभी तक कोई आपराधिक मामला रजिस्टर्ड नहीं था।
सीकर में राजू ठेहट हत्याकांड के षड्यंत्र में शामिल रुपए व हथियार मुहैया कराने के मामले में श्रीडूंगरगढ़ के बिग्गा से पकड़े गए दो युवकों का भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया। सीकर पुलिस ने बीकानेर से शकील, राकेश व गणेश को पकड़ा था।
यह कहते हैं आंकड़े
वर्ष 2019 से 2021 तक आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में 189 नाबालिग शामिल रहे हैं।ये हत्या, बलात्कार, लूट, चोरी, छीना-झपटी और अवैध हथियार, मादक पदार्थ, शराब तस्करी के मामले में संलिप्त पाए गए। वर्ष 2019 में बलात्कार के 21 प्रकरणों में 23, वर्ष 2020 में 19 प्रकरणों में 24 एवं वर्ष 2022 में 38 प्रकरणों में 47 नाबालिगों की भूमिका सामने आई।
महिलाओं व राहगीरों से मोबाइल व चेन छीनने की वर्ष 2022 में हुई 23 वारदातों में 17 नाबालिगों को निरुद्ध किया गया।
वर्ष 2022 में चोरी के 300 से अधिक प्रकरणों में 153 युवा व नाबालिग की भूमिका सामने आई, जिनका पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।चौकाने वाले तथ्य
नयाशहर में मकान में सरेआम चोरी, कोटगेट थाना क्षेत्र में मोबाइल चोरी में नाबालिग व किशोर को पकड़ा।
नयाशहर में महिला से चेन स्नेचिंग में युवा लडक़ों को पकड़ा।
जेएनवीसी में महिला का पर्स छीनने के मामले में 20 साल के युवक को पकड़ा।- जेएनवीसी पुलिस ने एक निजी रेस्टोरेंट संचालक पर जानलेवा हमले के मामले में दो किशोरों को पकड़ा।
पुलिस की अपील
अभिभावक बच्चों के मोबाइल व दोस्तों पर निगरानी रखें।
बच्चों को काम की व्यस्तता के बीच समय जरूर दें।- अभिभावक बच्चों को अच्छे-बुरे का फर्क समझाएं।
युवावस्था की दहलीज की ओर बढ़ रहे किशोरों की गलतियों को नजरंदाज नहीं करें।
युवा राह भटक रहे, अभिभावक ध्यान दें
गैंगस्टर फायरिंग, हत्या, लूट, जानलेवा हमला, फायरिंग की घटनाओं में युवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। अपराध में शामिल हो रहे फ्रेशर्स का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होने से बदमाशों पर अंकुश लगाना चुनौती बन रहा है। अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान दें। उनकी संगत और मोबाइल पर निगरानी रखें।
पुलिस शिकंजे का गैंगस्टरों ने निकाला तोड़, अफसरों-पुलिसवालों के बेटों के कंधे से चला रहे बंदूक
