


बीकानेर। मन की हर आस पूरी करने के लिए महिलाओं आस माता का व्रत करती है चैत्र महीने की चतुर्थी को यह व्रत रखा जाता है होलिका दहन से पांचवें दिन को ही आस माता का व्रत रखते है इस दिन महिलाए अपने मत के हिसाब से घरों में आस माता की पूजा की मान्यता है कि इस दिन आस माता का व्रत करने उनकी कथा सुनने से मन की हर कामना पूरी होती है। शुक्रवार को महिलाओं ने आस माता का व्रत रख कर खेजड़े की पूजा करके कहानी सुनने के बाद व्रत खुलती है। पति की लंबी आयु घर में सुखशांति की कामना को लेकर व्रत करती है।
