


बीकानेर। बीकानेर जिले में 32 साल बाद सहकारी होलसेल भंडार के संचालक मंडल ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन निर्विरोध किया है। इससे पहले संचालक मंडल के 12 सदस्य भी निर्विरोध चुने गए थे। शनिवार को सहकारी होलसेल भंडार के संचालक मंडल के 12 सदस्यों ने बैठक की। कोरम पूरा होने पर अध्यक्ष के लिए एकमात्र नगेन्द्रपालसिंह ने और उपाध्यक्ष के लिए विनोद कुमार चौबदार ने नामांकन भरा। दोनों नामांकन जांच में सही पाए गए।

किसी और का नामांकन नहीं होने पर निर्वाचन अधिकारी और भूमि विकास बैंक के सचिव वासुदेव सिंह भाटी ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए दोनों उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया। इससे पूर्व वर्ष, 91 में नगेन्द्रपालसिंह के पिता कर्णपालसिंह भी अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुने गए थे। वे 95 में भी अध्यक्ष बने थे। शनिवार को संचालक मंडल की बैठक में सुरेन्द्रसिंह राठौड़, खेमसिंह, राहुल, धर्मवीर मीणा, कुसुम शर्मा, बबीता शर्मा, दिलीप कुमार सेवग, शिल्पा खीचड़, हेतराम खीचड़, चैनसिंह भाटी शामिल थे। गौरतलब है कि 27 फरवरी को होलसेल भंडार के संचालक मंडल के 12 सदस्यों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। ‘भास्कर’ ने 4 मार्च के अंक में खबर प्रकाशित कर पहले ही बता दिया था कि शनिवार को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी निर्विरोध तय है।
16 सदस्यों का संचालक मंडल करता है होलसेल भंडार का संचालन : आमजन को वाजिब दामों में सामान उपलब्ध कराने के लिए 23 जनवरी, 1963 को बीकानेर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार का गठन किया गया था। प्रथम अध्यक्ष राज्य के पूर्व वित्त मंत्री माणिकचंद सुराणा थे। भंडार की ओर से 50 सालों में जनता को उपहार सुपर मार्केट, रिटेल कपड़ा सोप, इंडेन गैस, एलोपैथी और आयुर्वेदिक दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। भंडार का संचालन 16 सदस्यों का संचालक मंडल करता है जिसमें से 12 सदस्यों का निर्वाचन किया जाता है और चार मनोनीत सदस्य डीएसओ, जीएम होलसेल भंडार, केन्द्रीय बैंक का एमडी और सहकारी समितियों का उप रजिस्ट्रार भी शामिल होते हैं। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव संचालक मंडल के निर्वाचित 12 सदस्य ही करते हैं।