बीकानेर। इंदिरा गांधी नहर में मां-बेटा की तलाश चौथे दिन भी पूरी नहीं हो सकी। पांच दिन पहले छत्तरगढ़ के पास मां का बैग मिला था, इसके बाद से दोनों की नहर में तलाश हो रही है। एसडीआरएफ के जवान लगातार नहर में यहां से वहां चक्कर काट रहे हैं लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। आला अधिकारियों ने सर्च अभियान जारी रखने के निर्देश दिए हैं, हालांकि पुलिस अब दोनों के नहर के बजाय अन्यत्र होने की आशंका व्यक्त कर रही है।
31 जनवरी को अनीता अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ छत्तरगढ़ के पांच जीएम राणेर से रवाना हुई थी। उसे रावला के बारह केएनडी अपने ससुराल पहुंचना था। शाम तक वो नहीं पहुंची तो ससुराल व पीहर वालों ने ढूंढना शुरू किया। इस दौरान उसका मोबाइल व बैग इंदिरा गांधी नहर के पास मिला। आशंका थी कि मां अपने बेटे के साथ नहर में कूद गई है। तब से एसडीआरएफ के जवान लगातार नहर में चक्कर काट रहे हैं। माना जा रहा था कि नहर में दोनों की मौत हुई है तो सर्दी में शव दो दिन तक बाहर नहीं आता। फिर पांच दिन हो गए लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं मिला।
छत्तरगढ़ थानाधिकारी जयकुमार भादू ने बताया कि सर्च अभियान अभी चल रहा है। आला अधिकारियों ने भी इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उधर, पुलिस उसके मोबाइल नंबर के आधार पर पड़ताल करने में लगी है। उसकी कॉल डिटेल के आधार पर भी पता लगाया जा रहा है। महिला स्वयं कहीं चली गई है या फिर किसी ने अपहरण किया है? इन दोनों दिशाओं में पुलिस छानबीन कर रही है।
मोबाइल फॉर्मेट कर दिया अनीता ने अपना मोबाइल वहां रखने से पहले फॉर्मेट कर दिया था। ऐसे में उसके मोबाइल से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। आम मोबाइल यूजर्स को फॉर्मेट करना नहीं आता, लेकिन अनीता ने अपना मोबाइल फॉर्मेट कर दिया था। ऐसे में पुलिस के पास ढूंढने के लिए सिर्फ कॉल डिटेल का सहारा रह गया है।