


बीकानेर। जिले के सबसे पिछड़े कोलायत, खाजूवाला और बीकानेर ब्लाॅक के सर्वांगीण विकास के लिए उपखंड अधिकारी को शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय सहित अन्य विभागों से जुड़े विषयों पर विशेष समीक्षा करते हुए हर माह रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने गुरुवार को संबंधित उपखंड अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राज्य के पिछड़े ब्लॉक का सामाजिक आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही एक कार्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा, इस योजना के तहत राज्य के 33 जिलों में 100 ब्लॉक का चयन किया गया है, इसमें जिले के 3 ब्लाॅक शामिल है।
इन ब्लाॅक पर विशेष ध्यान देने के लिए 19 विभागों के 85 संकेतक (पैरामीटर) निर्धारित किए गए हैं।
जिला कलक्टर ने बताया कि निर्धारित किए गए 85 संकेतकों में से 77 से संबंधित सूचना ब्लॉक स्तर पर देनी होगी तथा 8 संकेतकों की सूचनाओं की एंट्री जिला स्तर पर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा की जाएगी । उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी ब्लाॅक स्तर पर अन्य विभागों के साथ समन्वय करते हुए कार्य करें तथा इन बिन्दुओं की नियमित समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करें कि उनके ब्लाॅक के प्रदर्शन में राज्य स्तरीय रैंकिंग में निरन्तर सुधार हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित उपखंड अधिकारी हर माह अपने स्तर पर एक बैठक कर प्रगति की समीक्षा करें।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के ने बताया कि इन 19 विभागों में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व सहित अन्य विभागों के पैरामीटर शामिल किए गए हैं । इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। इस रिव्यू का उद्देश्य पिछड़े ब्लाक में आ रही कमियों को दूर करना है।
मानव विकास सूचकांक में सुधार के लिए यह मॉनिटरिंग की जाएगी। इन संकेतकों के आधार पर प्रतिमाह राज्य स्तरीय रैंकिंग जारी की जाएगी।