

जयपुर। शिक्षा विभाग अर्धवार्षिक परीक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। सरकारी स्कूलों में चल रही अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्रों में कई गलतियां आ रही है। सोमवार को जयपुर जिले में 10वीं के हिंदी के पेपर में गलतियों की भरमार रही। गलतियों के कारण विद्यार्थी सवालों के जवाब को लेकर उलझे रहे। विद्यार्थियों ने सवाल छोड़ दिए और कई विद्यार्थी गलत करके आ गए। परीक्षा खत्म होने के बाद विद्यार्थियों ने बताया कि पेपर में 9 अंकों के चार सवालों में गड़बड़ी थी। उन्होंने सभी सवालों के बोनस अंक देने की मांग की। पेपर 70 अंकों का था। एक सवाल में तो निबंध लिखना था, लेकिन 5 अंक के इस सवाल में 3 बड़े निबंध लिखने को कहा गया। हकीकत में उनमें से एक ही लिखना था।
पेपर की जांच कराएंगे विभाग
प्रश्न पत्र में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस पेपर की जांच कराई जाएगी और नियमानुसार प्रिंटिंग प्रेस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सवालों को लेकर विद्यार्थियों के हित में निर्णय लिया जाएगा। – राजेंद्र कुमार शर्मा हंस, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय

कौनसे सवाल में क्या गड़बड़ी
प्रश्न संख्या 17 : इस सवाल में खाली स्थान भराए गए थे। इसमें बेटे की मृत्यु पर भगत…….। इस खाली स्थान को भरना था। इसमें भरने के लिए 4 ऑप्शन थे। चारों ही गलत थे। किताब में चारों ही नहीं थे। यह सवाल एक अंक का था।
प्रश्न संख्या 27 : इसमें सवाल था कि विधान शब्द का समार्थक क्या है? इसके लिए एक अपठित गद्यांश दिया था। गद्यांश में भी विधान ही अंकित था। इसलिए इसका दूसरा शब्द विद्यार्थियों को नहीं मिला। शिक्षकों ने समार्थक शब्द को भी अशुद्ध बताया। शिक्षकों ने कहा कि इसकी जगह समानार्थक होना चाहिए था। यह सवाल एक अंक का था।
प्रश्न संख्या 31 : इसमें सवाल था कि शिशु कार्य को एकटक क्यों देख रहा था? लेकिन किताब में जो पाठ था। उसमें था कि शिशु लेखक को देख रहा होता है। इसलिए कार्य के स्थान पर लेखक शब्द आना चाहिए था। यह सवाल दो अंकों का था।
प्रश्न संख्या 41 : इसमें निबंध लिखना था। इसके लिए तीन विषय दिए गए थे। इसमें (क) मोबाइल फोन – वरदान या अभिशाप, (ख) विद्यार्थी और अनुशासन और (ग) समय का सदुपयोग विषय दिए गए थे। कई विद्यार्थियों का कहना था कि उन्होंने दो या तीनों विषयों पर कुछ न कुछ लिखा है। सवाल में अथवा दिया हुआ नहीं था। यह सवाल 5 अंकों का था।