


जयपुर। चूरू के सरदारशहर में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व विधायक अशोक पिंचा का नाम फाइनल कर दिया है। औपचारिक घोषणा होना बाकी है। सूत्र बताते हैं बीजेपी प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने अशोक पिंचा को सिग्नल देते हुए नामांकन भरने को कहा है। 15 नवंबर को पार्टी दिल्ली से सिंबल जारी करेगी। 16 नवंबर को अशोक पिंचा नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान प्रदेश बीजेपी के सीनियर नेता रैली निकालकर सरदारशहर में पिंचा को नामांकन दाखिल करवाएंगे। सरदारशहर सीट के लिए मतदान 5 दिसंबर को होगा, जबकि 8 दिसंबर को मतगणना की जाएगी।
भंवरलाल शर्मा से 16816 वोटों से 2018 विधानसभा चुनाव हारे थे पिंचा
2018 विधानसभा चुनाव में भंवरलाल शर्मा से 16816 वोटों के अंतर से अशोक पिंचा हारे थे। इससे पहले एक बार अशोक पिंचा 2008 से 2013 तक बीजेपी विधायक रहे थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में भंवरलाल 18 हजार 816 वोटों से चुनाव जीते थे। उन्हें 95 हजार 282 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी उम्मीदवार अशोक पींचा को 78 हजार 466 वोट मिले थे। भवंरलाल शर्मा को 47 फीसदी और अशोक पींचा को 39 फीसदी वोट मिले थे।
अशोक पिंचा 16 नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे
पिंचा 16 नवंबर को नामांकन भरेंगे। नामांकन की अंतिम तिथि 17 नवंबर है। नामांकन पत्रों की जांच 18 नवंबर को की जाएगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 21 नवंबर है। 5 दिसंबर 2022 सोमवार को मतदान होगा और मतगणना 8 दिसंबर 2022 को होगी। 10 दिसंबर 2022 चुनाव संबंधी सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। उपचुनाव में सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र के 2 लाख 89 हजार 579 मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे और कुल मतदान केंद्र 295 हैं।
अशोक पिंचा ने टिकट मिलने की पुष्टि की
पिंचा ने अपना टिकट तय होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा- मुझे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टिकट फाइनल होने की बात कही है। 16 नवंबर को मैं नामांकन दाखिल करूंगा। मेरे साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, रामसिंह कस्वां, विधायक अभिनेष महर्षि समेत कई वरिष्ठ नेता नामांकन रैली में शामिल होंगे।
कौन हैं अशोक पिंचा ?
अशोक पिंचा सरदार शहर से एक बार के पूर्व विधायक रहे हैं। जैन समाज से हैं। उनका सरदारशहर में बड़ा मेडिकल स्टोर है। 62 साल के पिंचा जनसंघ के जमाने से पार्टी और विचारधारा से जुड़े हैं। आज तक भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। बेदाग छवि और मिलनसार व्यक्तित्व है। सरदारशहर में पिंचों की बास में निवास है।
कांग्रेस के अनिल शर्मा से होगा मुकाबला
कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक भंवरलाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा का टिकट तय माना जा रहा है। पार्टी ने अनिल शर्मा के टिकट पर फाइनल मोहर लगा दी। तो अनिल शर्मा से अशोक पिंचा का मुकाबला होगा। अनिल के पिता भंवरलाल शर्मा से चुनाव हार चुके पिंचा का मुकाबला उनके बेटे से सिम्पैथी लहर के बीच होगा।
पिंचा ने पहले कहा था चुनाव लडऩे का मन नहीं, प्रहलाद सराफ ने कहा मेरा मन है
पिंचा का टिकट बड़े नाटकीय घटनाक्रम के बाद तय हुआ बताया जा रहा है। पार्टी ने काफी विचार विमर्श किया है। 13 नवंबर को हुई बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति और कोर कमेटी में चर्चा के बाद ही पिंचा का नाम तय हुआ। टिकट मिलने से पहले अशोक पिंचा ने कहा था मेरा चुनाव लडऩे का मन नहीं है। तब उद्योगपति प्रहलाद सराफ ने कहा मेरा चुनाव लडऩे का मन है। उन्होंने सरदारशहर में पब्लिक मीटिंग भी बुला ली थी। जिसके बाद अचानक घटनाक्रम बदला। अशोक पिंचा से अर्जुनराम मेघवाल, गुलाबचन्द कटारिया, सतीश पूनिया समेत सीनियर नेताओं की चर्चा हुई। जिसके बाद पार्टी उनका टिकट तय किया गया।
भंवरलाल शर्मा से 16816 वोटों से 2018 विधानसभा चुनाव हारे थे पिंचा
2018 विधानसभा चुनाव में भंवरलाल शर्मा से 16816 वोटों के अंतर से अशोक पिंचा हारे थे। इससे पहले एक बार अशोक पिंचा 2008 से 2013 तक बीजेपी विधायक रहे थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में भंवरलाल 18 हजार 816 वोटों से चुनाव जीते थे। उन्हें 95 हजार 282 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी उम्मीदवार अशोक पींचा को 78 हजार 466 वोट मिले थे। भवंरलाल शर्मा को 47 फीसदी और अशोक पींचा को 39 फीसदी वोट मिले थे।
अशोक पिंचा 16 नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे
पिंचा 16 नवंबर को नामांकन भरेंगे। नामांकन की अंतिम तिथि 17 नवंबर है। नामांकन पत्रों की जांच 18 नवंबर को की जाएगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 21 नवंबर है। 5 दिसंबर 2022 सोमवार को मतदान होगा और मतगणना 8 दिसंबर 2022 को होगी। 10 दिसंबर 2022 चुनाव संबंधी सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। उपचुनाव में सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र के 2 लाख 89 हजार 579 मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे और कुल मतदान केंद्र 295 हैं।
अशोक पिंचा ने टिकट मिलने की पुष्टि की
पिंचा ने अपना टिकट तय होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा- मुझे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टिकट फाइनल होने की बात कही है। 16 नवंबर को मैं नामांकन दाखिल करूंगा। मेरे साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, रामसिंह कस्वां, विधायक अभिनेष महर्षि समेत कई वरिष्ठ नेता नामांकन रैली में शामिल होंगे।
कौन हैं अशोक पिंचा ?
अशोक पिंचा सरदार शहर से एक बार के पूर्व विधायक रहे हैं। जैन समाज से हैं। उनका सरदारशहर में बड़ा मेडिकल स्टोर है। 62 साल के पिंचा जनसंघ के जमाने से पार्टी और विचारधारा से जुड़े हैं। आज तक भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। बेदाग छवि और मिलनसार व्यक्तित्व है। सरदारशहर में पिंचों की बास में निवास है।
कांग्रेस के अनिल शर्मा से होगा मुकाबला
कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक भंवरलाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा का टिकट तय माना जा रहा है। पार्टी ने अनिल शर्मा के टिकट पर फाइनल मोहर लगा दी। तो अनिल शर्मा से अशोक पिंचा का मुकाबला होगा। अनिल के पिता भंवरलाल शर्मा से चुनाव हार चुके पिंचा का मुकाबला उनके बेटे से सिम्पैथी लहर के बीच होगा।
पिंचा ने पहले कहा था चुनाव लडऩे का मन नहीं, प्रहलाद सराफ ने कहा मेरा मन है
पिंचा का टिकट बड़े नाटकीय घटनाक्रम के बाद तय हुआ बताया जा रहा है। पार्टी ने काफी विचार विमर्श किया है। 13 नवंबर को हुई बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति और कोर कमेटी में चर्चा के बाद ही पिंचा का नाम तय हुआ। टिकट मिलने से पहले अशोक पिंचा ने कहा था मेरा चुनाव लडऩे का मन नहीं है। तब उद्योगपति प्रहलाद सराफ ने कहा मेरा चुनाव लडऩे का मन है। उन्होंने सरदारशहर में पब्लिक मीटिंग भी बुला ली थी। जिसके बाद अचानक घटनाक्रम बदला। अशोक पिंचा से अर्जुनराम मेघवाल, गुलाबचन्द कटारिया, सतीश पूनिया समेत सीनियर नेताओं की चर्चा हुई। जिसके बाद पार्टी उनका टिकट तय किया गया।