


बीकानेर। कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली 8 नवंबर को इस दिन साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। भारत में ये ग्रहण दिखाई देगा। इस वजह से इसका सूतक 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाएगा। सूतक के समय में मंदिर के कपाट बंद रहेंगे और सभी तरह की पूजा-पाठ वर्जित मानी गई है। ग्रहण खत्म होने के साथ सूतक भी खत्म हो जाता है। भारत में ग्रहण दोपहर 2.41 बजे से शुरू होकर शाम 6.20 बजे तक रहेगा।
कब से कब तक देखा जा सकेगा चंद्रग्रहण
भारतीय समय के अनुसार साल के इस आखिरी ग्रहण की शुरुआत 8 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 41 मिनट से होगी जो शाम 6 बजकर 20 मिनट पर खत्म हो जाएगा। सूतक काल सुबह 8 बजकर 20 मिनट से शुरू हो जाएगा।
चन्द्रग्रहण का समय
ग्रहण प्रारम्भ: दोपहर 2:39
ग्रहण मध्य: शाम 4:29
ग्रहण समाप्त: शाम 6:19
ग्रहण अवधि:3 घण्टा 40 मिनट
मेष राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण
देश में यह चंद्र ग्रहण चंद्रोदय के साथ शाम 5 बजकर 20 से दिखाई देने लगेगा। साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा। ऐसे में इस राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतनी पड़ेगी।
यह कार्यक्रम भी होंगे प्रभावित
चन्द्रग्रहण के कारण पवित्र जलाशय में दीपदान, मंदिरों में अन्नकूट महोत्सव, तुलसी विवाह व वैवाहिक आयोजन प्रभावित होंगे। मोकलावास स्थित शहर के प्राचीन तीर्थ स्थल अरना झरना में कार्तिक मेले पर भी असर होगा।
देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण
ज्योतिष अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष दीपावली के अगले दिन 25 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण लग चुका है और अब देव दीपावली पर यानी कार्तिक पूर्णिमा पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया कि जोधपुर में ग्रहण का स्पर्श शाम 5.53 बजे होगा और मोक्ष 6.19 बजे होगा। कुल समय 26 मिनट रहेगा। एक पखवाड़े के अंतराल पर दो ग्रहण का होना अशुभ माना गया है। ग्रहण के समय चन्द्र-राहु का सूर्य-बुध-शुक्र-केतु से सम-सप्तक योग बनने से प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन की हानि तथा धातु व रस पदार्थों में तेजी होगी।
