


बीकानेर। नोखा में पुलिस को चोरों ने एक बार फिर खुली चुनौती देते हुए बंद घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया है। शहर में लगातार हो चोरियों के बाद अब हिंयादेसर गांव में सेंधमारी कर लाखों के जेवरात व नगदी पर हाथ साफ किया है। हिंयादेसर गांव में कार में सवार होकर आए चोर एक बंद मकान की दीवार फांदकर अंदर घुसे और दो कमरों के ताले तोडक़र अंदर संदूक व आलमारी में रखे लाखों के जेवरात व एक लाख नगदी चोरी कर फरार हो गए।हियादेसर निवासी माडूदेवी ने बताया कि उसके पति जेठूसिंह राजपुरोहित पाली रिश्तेदारी में गए थे। उसका बेटा व पुत्रवधू जोधपुर रहते हैं। वह अपनी बेटी राधा व दोहिती के साथ घर में थी। सोमवार को दिन में वह बेटी के साथ दीपावली की खरीदारी करने के लिए घर में ताला लगाकर चाबी पड़ोस में देकर नोखा आई हुई थी। इस दौरान उसकी 11 वर्षीय दोहिती अप्सरा पड़ोस से चाबी लाकर मुख्य गेट का ताला खोलकर अंदर पहुंची, तो अंदर कमरों के ताले टूटे थे। वह घबरा गई, किसी को फोन नहीं कर सकी।
पीडि़ता देर शाम खरीदारी कर नोखा से वापस गांव हिंयादेसर अपने घर पहुंची तो, दोहिती ने बताया कि मकान के ताले टूटे हैं। मकान के अंदर जाकर देखा तो सामान बिखरा था। संदूक व आलमारी में रखे सोने चांदी के जेवरात व एक लाख नगदी रुपए गायब थे। जो चोरी हो गए। बाद में वह पूर्व उप सरपंच भंवर सिंह राजपुरोहित को साथ लेकर नोखा थाने पहुंची और 25 तोला सोने व डेढ़ किलो चांदी के जेवरात व एक लाख नगदी चोरी होने की सूचना नोखा पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का मौका निरीक्षण कर चोरी के बारे में जानकारी जुटाई। सोमवार सुबह तक चोरी का मामला दर्ज नही हुआ।
पड़ोसी ने समझा घरवाले ही है

पीडि़ता के घर के सामने रहने वाले एक व्यक्ति के मुताबिक वह घर में खाना खा रहा था। इस दौरान कुछ लोग एक गाड़ी में सवार होकर आए, एक व्यक्ति दीवार फांदकर अंदर घुसा, तो उसने समझा कि घरवालों के कोई रिश्तेदार होंगे। करीब 15 मिनट बाद वह व्यक्ति वापस से गाड़ी में बैठकर चला गया। उसने सफेद शर्ट, ग्रे कलर की पेंट पहनी हुई थी।