


जयपुर। त्योहारी सीजन और मिलावट के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर च्शुद्ध के लिए युद्धज् के तहत उच्च स्तरीय बैठक ली। गहलोत ने कहा- शुद्ध खाद्य उत्पाद प्राप्त करना नागरिकों का हक है। शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभाग सक्रिय भूमिका निभाएं। कोई भी व्यक्ति मिलावट की सूचना हेल्पलाइन नं. 181 तथा कलेक्टर व संबंधित अधिकारियों को दे सकता है। उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
अभियान की अवधि में मिलावटखोरों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए सूचना देने वालों को च्अनसेफ फूडज् प्रमाणन पर 51,000 रु. तथा च्सब-स्टेण्डर्डज् होने पर 5,000 रु. की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। चालान के वक्त प्रोत्साहन राशि का आधा हिस्सा सूचना देने वाले व्यक्ति को दे दिया जाए।
मिलावट की मौके पर ही मोबाइल लैब से जांच हो
सीएम ने कहा- अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाएं। एफएसएसएआई द्वारा जारी प्रमाण पत्रों का व्यावसायिक संस्थानों में डिस्प्ले सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए।
मौके पर ही मिलावट जांच के लिए शुरू की गई मोबाइल लैब का उपयोग भी प्रभावी रूप से करने के निर्देश दिए। राज्य में सैंपल टेस्टिंग के लिए 7 नई लैब स्थापित की जा रही हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के कैडर का भी सुदृढीकरण किया गया है।
दूध, मावा, पनीर, मिठाइयों, दूध से बने अन्य उत्पाद, आटा, बेसन, खाद्य तेल, घी, मेवे, मसालों की जांच को प्राथमिकता दें।
खाद्य पदार्थों में मिलावट कर प्रदेशवासियों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले उत्पादकों, थोक विक्रेताओं और बड़े खुदरा विक्रेताओं के विरुद्ध मौके पर ही सख्त कार्रवाई करें।
