


बीकानेर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र संघ चुनाव की तारीखों पर आपत्ति जताई है। उन्होंने सरकार के छात्रसंघ चुनाव करवाने के फैसले का स्वागत किया लेकिन इलेक्शन डेट 26 अगस्त होने के कारण चुनाव में बड़ी संख्या में विद्यार्थी वोट नहीं दे पाने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए इलेक्शन की तारीख 15 दिन आगे बढ़ाने की मांग की। आन्दोलनकारियों का कहना है कि 18 अगस्त से चुनाव प्रक्रिया प्रारम्भ होने जा रही है, इसी दिन मतदाता सूची जारी होती है. स्नातकोत्तर के विद्यार्थीयों की प्रवेश परिक्षा का परिणाम ही अभी जारी नहीं हुआ है। साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों का परिक्षा परिणाम भी जारी नहीं हुआ है, जिसके कारण स्नातकोत्तर के किसी श्री छात्र का प्रवेश छात्र संघ चुनाव से पहले होना अंसभव है। 18 अगस्त से चुनाव प्रक्रिया प्रारम्भ होने जा रही है, इसी दिन मतदाता सूची जारी होती है. स्नातकोत्तर के विद्यार्थीयों की प्रवेश परिक्षा का परिणाम ही अभी जारी नहीं हुआ है. साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थीयों का परिक्षा परिणाम भी जारी नहीं हुआ है, जिसके कारण स्नातकोत्तर के किसी श्री छात्र का प्रवेश छात्र संघ चुनाव से पहले होना अंसभव है। साथ ही विधि के छात्रों के प्रवेश परिक्षा का परिणाम 23 अगस्त 2022 को आना प्रस्तावित है। इस प्रकार स्नातकोत्तर और विधि के विद्यार्थी इस छात्रसंघ चुनाव में मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाएंगे, यह विश्व विद्यालय प्रशासन और राजस्थान सरकार लोकतंत्र की छाया करते हुए छात्र संघ चुनाव करवाना चाहते है. छात्रसंघ चुनाव में सरकार की मिलिभगत से धाधली होने की पूर्ण आशंका है।
