


बीकानेर। सेना ने कहा है कि छावनी एरिया और बॉर्डर पर ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए। ड्रोन एक्टिविट से सुरक्षा में बाधाएं उत्पन्न होती हैं साथ ही गोपनीयता भी भंग होती है। बॉर्डर पार से हो रही मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाने पर भी चर्चा हुई।सेना की रणबांकुरा डिवीजन में नागरिक सैन्य संपर्क सम्मेलन के दौरान सेना, बीएसएफ, एयर फोर्स और आईबी के अधिकारियों ने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा के साथ ही साइबर क्राइम की बढ़ती वारदतों पर चिंता जाहिर की। इसके साथ ही सेना में अगले महीने होने वाली अग्निवीरों की भर्ती को लेकर विचार विमर्श किया। भर्ती में हजारों की संख्या में युवक भाग लेंगे।
उनके आवागमन के साधनों और सुरक्षा संबंधी उपायों पर बातचीत की गई। इसके अलावा पूर्व सैनिकों के कल्याण के मुद्दे भी उठे। सम्मेलन का उद्देश्य कार्यात्मक और योजना दोनों स्तरों पर अधिक समन्वय और तालमेल हासिल करना था। सम्मेलन की अध्यक्षता रणबांकुरा डिवीजन के मेजर जनरल समर्थ नागर ने की।
संभागीय आयुक्त नीरज के पवन, आईजी ओम प्रकाश, बीएसएफ डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, एसपी योगेश यादव, एएसपी अमित कुमार सहित आईबी, सेना और एयर फोर्स के प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए। सैन्य प्रवक्ता के अनुसार यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास की दिशा में काम करने के लिए सेना और प्रशासन के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों में एक मील का पत्थर है।
