बीकानेर में हाईकोर्ट बेंच स्थापना की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद बुधवार को अध्यक्ष अजय कुमार पुरोहित ने पहली औपचारिक पहल करते हुए सैकड़ों अधिवक्ताओं के साथ इस मुद्दे को मजबूती से उठाया। बार एसोसिएशन के बैनर तले बार काउंसिल सदस्य कुलदीप कुमार शर्मा सहित अधिवक्ताओं ने जिला न्यायाधीश अश्विनी विज और जिला कलेक्टर नम्रता वैष्णवी के माध्यम से राष्ट्रपति तथा राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के दौरान अध्यक्ष अजय कुमार पुरोहित ने बताया कि 17 अगस्त 2009 को बार एसोसिएशन बीकानेर की आम सभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर यह संकल्प लिया गया था कि बीकानेर संभाग के आम नागरिकों को सस्ता, सुलभ और त्वरित न्याय उपलब्ध कराने के लिए यहां हाईकोर्ट की बेंच अविलंब स्थापित की जानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके लिए सरकार पर किसी प्रकार का अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा।
अधिवक्ताओं ने तर्क दिया कि बीकानेर में हाईकोर्ट बेंच के लिए ऐतिहासिक और भव्य भवन पहले से ही उपलब्ध है। यह वही इमारत है जहां वर्ष 1922 से 1950 तक तत्कालीन बीकानेर रियासत का हाईकोर्ट संचालित होता था। वृहद राजस्थान के गठन के बाद हाईकोर्ट को यहां से हटा लिया गया, जिसे अधिवक्ताओं ने क्षेत्र के समग्र विकास में एक बड़ी बाधा बताया।
- Advertisement -
बार काउंसिल सदस्य कुलदीप कुमार शर्मा ने कहा कि बीकानेर संभाग के अधिवक्ताओं ने इस मांग के समर्थन में पूर्व में 125 दिनों तक हड़ताल कर अदालतों का कार्य ठप रखा था। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्री से यह आश्वासन मिला था कि देश में नई हाईकोर्ट बेंचों की स्थापना के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने भी इस समिति के समक्ष बीकानेर का पक्ष मजबूती से रखने का भरोसा दिलाया था, जिसके बाद अधिवक्ताओं ने आंदोलन स्थगित किया।
हालांकि, तत्कालीन केंद्रीय विधि मंत्री वीरप्पा मोईली द्वारा समिति गठन की घोषणा के बावजूद बाद में इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे आक्रोशित होकर बार एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, तब तक प्रत्येक माह की 17 तारीख को इसे ‘प्रोटेस्ट डे’ के रूप में मनाया जाएगा, ताकि सरकार और न्याय प्रशासन को लगातार इस मुद्दे की याद दिलाई जा सके।
गौरतलब है कि बीकानेर में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर 125 दिनों की ऐतिहासिक हड़ताल का नेतृत्व भी अजय कुमार पुरोहित ने ही किया था और संयोग से एक बार फिर वही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बने हैं। इसी कारण अधिवक्ताओं के बीच यह चर्चा तेज हो गई है कि आने वाले समय में बीकानेर को हाईकोर्ट बेंच मिलने की संभावनाएं प्रबल हो सकती हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता गणेश चौधरी, कुलदीप शर्मा, सुरेंद्र पाल शर्मा, धर्मेंद्र वर्मा, भंवरलाल बिश्नोई, राजेश श्रीवास्तव, संतनाथ योगी, नवनीत नारायण व्यास, रघुवीर सिंह राठौड़, मनोज भादानी, लक्ष्मीकांत रंगा, श्रवण जनागल, चतुर्भुज सारस्वत, रेखा सुथार, सुनीता दीक्षित सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।


