इंडिगो ने यात्रियों से मांगी माफी, रिफंड और फ्री री-शेड्यूलिंग की घोषणा
इंडिगो संकट गहराया, देश में हवाई किराए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों भारी ऑपरेशनल संकट का सामना कर रही है। क्रू की कमी, तकनीकी गड़बड़ियों और नई रोस्टरिंग समस्याओं के कारण लगातार उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं। इसका सीधा असर घरेलू उड़ानों के किरायों पर पड़ा है, जो अब अंतरराष्ट्रीय मार्गों से भी अधिक हो गए हैं। यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए इंडिगो ने सार्वजनिक माफी जारी की है और रद्द उड़ानों के लिए पूर्ण रिफंड तथा मुफ्त री-शेड्यूलिंग का आश्वासन दिया है।
डीजीसीए का यू-टर्न, क्रू विश्राम से जुड़े सख्त निर्देश वापस
एयरलाइंस के संचालन प्रभावित होने के बाद डीजीसीए ने साप्ताहिक विश्राम से जुड़े अपने हालिया सख्त नियमों को वापस ले लिया है। एयरलाइंस का कहना था कि नए नियमों से रोस्टर तैयार करना मुश्किल हो रहा है, जिसके चलते उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं। निर्देश वापस लिए जाने से एयरलाइंस को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
इमेज से निकाली गई टेबल (प्रमुख शहरों के हवाई किरायों की तुलना)
(आज की स्थिति – एकतरफा किराया)
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| रूट (एक तरफा) | सामान्य किराया (₹) | संकट के दौरान किराया (₹) | वृद्धि (%) |
|---|---|---|---|
| दिल्ली – पटना | 5,500 – 7,000 | 51,000 – 66,000 | ~800% |
| मुंबई – कोलकाता | 6,000 – 8,000 | 45,000 – 60,000 | ~650% |
| पटना – बेंगलुरु | 7,000 – 9,000 | 60,000 – 72,000 | ~700% |
| दिल्ली – उदयपुर | 4,500 – 6,000 | 35,000 – 50,000 | ~600% |
| नागपुर – मुंबई | 4,000 – 5,500 | 22,000 – 40,000 | ~500% |
देशभर में किराया वृद्धि का असर
इंडिगो की 60% मार्केट हिस्सेदारी होने के कारण जब एक ही दिन में सैकड़ों उड़ानें रद्द हुईं, तो हजारों सीटें अचानक सिस्टम से गायब हो गईं। दूसरी ओर एयर इंडिया और विस्तारा के पास सीमित क्षमता है। इसी वजह से डायनामिक प्राइसिंग एल्गोरिदम ने मांग बढ़ते ही किरायों को कई गुना बढ़ा दिया। कई रूट्स पर स्पॉट फेयर 800% तक बढ़ गया।
सीजनल डिमांड और सिस्टम क्रैश, दोनों ने बढ़ाई मुश्किल
शादियों, छुट्टियों और पर्यटन सीजन के चलते पहले से ही मांग अधिक थी। ऐसे में इंडिगो संकट ने पूरी व्यवस्था को झटका दिया। कई यात्रियों ने बताया कि दिल्ली–पटना जैसी उड़ानों में किराया 60 हजार रुपये से भी ऊपर जा पहुंचा है।
इंडिगो ने यात्रियों को दिए ये बड़े आश्वासन
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रद्द उड़ानों का पूरी तरह रिफंड मूल भुगतान मोड में
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5 से 15 दिसंबर 2025 तक की बुकिंग पर मुफ्त कैंसिलेशन और री-शेड्यूलिंग
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यात्रियों के लिए हजारों होटल रूम और ग्राउंड ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था
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एयरपोर्ट पर फूड-स्नैक्स, लाउंज जैसी सुविधा
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कॉल सेंटर क्षमता बढ़ाई गई, एआई असिस्टेंट 6Eskai की मदद से रीबुकिंग व रिफंड
इंडिगो का परिचालन संकट सिर्फ एक कंपनी की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय विमानन क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है। जब तक उड़ानें सामान्य नहीं होतीं, किरायों में स्थिरता आने की संभावना कम है। इंडिगो और डीजीसीए दोनों ने मिलकर हालात सुधारने का भरोसा दिया है।


