पुतिन–मोदी मुलाकात: भारत ने स्पष्ट किया अपना रुख, शांति के पक्ष में मजबूत संदेश
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका औपचारिक स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पुतिन को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दोनों देशों के राष्ट्रगान बजाए गए। इसके बाद पुतिन ने भारतीय और रूसी प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की।
मोदी ने दोहराया भारत का रुख: भारत तटस्थ नहीं, शांति के साथ खड़ा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत के दौरान यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्थिति को साफ शब्दों में सामने रखा। उन्होंने कहा कि भारत न्यूट्रल नहीं है, बल्कि वैश्विक शांति और समाधान के हर प्रयास का मजबूती से समर्थन करता है।
मोदी ने कहा कि दुनिया आज फिर से शांति की जरूरत महसूस कर रही है और भारत हमेशा उसी दिशा में कदम बढ़ाता है। उन्होंने जोर दिया कि भारत की अपनी स्पष्ट सोच है और वह संघर्षों से दूर शांति के रास्ते का समर्थन करता है।
पुतिन को भरोसेमंद मित्र बताया
पीएम मोदी ने पुतिन के साथ अपने लंबे संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि वह पिछले 25 वर्षों से पुतिन को जानते हैं और रूस–भारत संबंध इस बात का प्रमाण हैं कि दूरदर्शी नेतृत्व देशों के बीच विश्वास को कैसे मजबूत कर सकता है। मोदी ने कहा कि पुतिन की नीतियों और नेतृत्व ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई मजबूती दी है।
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भारत–रूस संबंधों पर चर्चा
दोनों देशों के नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों को और सुदृढ़ करने के संकल्प को दोहराया। ऊर्जा, रक्षा, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई गई। मोदी ने कहा कि भारत–रूस संबंध निरंतर मजबूत हो रहे हैं और आने वाले वर्षों में ये नई ऊंचाइयों तक पहुंचेंगे।
एयरपोर्ट पर हुआ गर्मजोशी से स्वागत
भारत आगमन पर पीएम मोदी स्वयं एयरपोर्ट पहुंचे और पुतिन का स्वागत किया। मोदी ने परंपरागत आतिथ्य दिखाते हुए उन्हें रूसी भाषा में अनुवादित भगवद्गीता भेंट की। यह सांकेतिक उपहार दोनों देशों के सांस्कृतिक जुड़ाव को दर्शाता है।


