राजस्थान में हजारों पेंशनर्स की पेंशन पर संकट, जीवन प्रमाण पत्र जमा न होने से बढ़ी चिंता
राजस्थान में सरकारी पेंशनर्स के लिए एक वार्षिक अनिवार्य प्रक्रिया होती है, जिसके तहत हर पेंशनर को जीवन प्रमाण पत्र जमा कराना आवश्यक है। इस वर्ष इसकी अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित थी, लेकिन प्रदेश के बड़े हिस्से में पेंशनर्स ने समय पर यह प्रक्रिया पूरी नहीं की। परिणामस्वरूप राज्य के एक बड़े वर्ग की पेंशन दिसंबर से प्रभावित हो सकती है।
5.85 लाख में से केवल 3.13 लाख ने जमा किया जीवन प्रमाण पत्र
वित्त विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में कुल 5,85,738 पेंशनर्स पंजीकृत हैं, परंतु अंतिम तिथि तक केवल 3,13,246 पेंशनर्स ही अपने जीवन प्रमाण पत्र सौंप पाए हैं। लगभग 2,37,019 पेंशनर्स ने यह अनिवार्य दस्तावेज जमा नहीं किया है, जिससे उनकी आने वाली पेंशन भुगतान प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लग गया है।
हालांकि विभाग की ओर से फिलहाल पेंशन रोकने के लिए कोई आधिकारिक आदेश नहीं जारी किया गया है, लेकिन विभागीय अधिकारियों का मानना है कि यदि संबंधित पेंशनर्स ने शीघ्र दस्तावेज अपडेट नहीं किए, तो दिसंबर के पश्चात उनकी पेंशन रुक सकती है।
जयपुर में भी हजारों पेंशनर्स ने पूरी नहीं की प्रक्रिया
जयपुर कोषाधिकारी (पेंशन) सुरभि सिंह के अनुसार जिले में कुल 88 हजार पेंशनर्स में से 66 हजार ने ही समय पर प्रमाण पत्र जमा कराया है। शेष 22 हजार पेंशनर्स ने अंतिम तिथि तक भी यह औपचारिकता पूरी नहीं की, जिसके कारण उनके भुगतान पर भी अनिश्चितता बनी हुई है।
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क्यों आवश्यक है जीवन प्रमाण पत्र
जीवन प्रमाण पत्र जमा करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पेंशन केवल उन्हीं लाभार्थियों को जारी हो, जो वास्तव में उसके हकदार हैं। यह प्रक्रिया हर वर्ष पूरी करनी होती है और समय सीमा पार होने पर पेंशन अस्थायी रूप से रोक दी जाती है, जब तक पेंशनर प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं करता।
आगे क्या?
विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जल्द ही जिन पेंशनर्स ने दस्तावेज जमा नहीं किए हैं, उन्हें पेंशन अटकने की संभावना है। इसलिए संबंधित पेंशनर्स को सलाह दी जा रही है कि वे निकटतम ई-मित्र केंद्र या बैंक में जाकर तुरंत अपना जीवन प्रमाण पत्र अपडेट कराएं।
