भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) आधार कार्ड के फॉर्मेट में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। नए प्रस्ताव के अनुसार, आधार कार्ड पर अब दिखने वाले नाम, पता, जन्मतिथि और 12 अंकों का आधार नंबर जैसी जानकारियां पूरी तरह हटाई जा सकती हैं। इसकी जगह कार्ड पर केवल धारक की फोटो और सुरक्षित QR कोड रहेगा, जिसमें सभी विवरण एन्क्रिप्टेड रूप में छिपे होंगे।
UIDAI का मानना है कि इससे आधार का दुरुपयोग, अनधिकृत डेटा कॉपी और निजी जानकारी के लीक होने का खतरा लगभग समाप्त हो जाएगा।
क्यों बदला जा रहा है आधार कार्ड का डिज़ाइन
UIDAI के CEO भुवनेश कुमार के अनुसार, आज भी कई होटल, ऑफिस, सोसाइटी और आयोजक आधार कार्ड की फोटोकॉपी लेकर उसे स्टोर करते हैं। आधार एक्ट 2016 में ऐसी प्रथा पूरी तरह प्रतिबंधित है, लेकिन जागरूकता की कमी से डेटा सुरक्षित नहीं रह पाता।
प्राधिकरण का मानना है कि जब तक कार्ड पर संपूर्ण जानकारी छपी रहती है, तब तक लोग कागजी आधार को ही पहचान दस्तावेज की तरह इस्तेमाल करते रहेंगे। यही कारण है कि प्रिंटेड विवरण पूरी तरह हटाने का निर्णय प्रस्तावित है, ताकि पहचान की प्रक्रिया केवल QR आधारित सत्यापन पर निर्भर रहे।
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नया आधार कैसा होगा
नए आधार कार्ड में:
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केवल फोटो और एन्क्रिप्टेड QR कोड होगा
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QR कोड को केवल अधिकृत स्कैनर ही पढ़ सकेगा
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नाम, पता, जन्मतिथि और आधार नंबर कार्ड पर दिखाई नहीं देंगे
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नकली कार्ड बनाना लगभग असंभव हो जाएगा
1 दिसंबर 2025 को अंतिम निर्णय
UIDAI की उच्च-स्तरीय बैठक 1 दिसंबर 2025 को इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला लेगी। मंजूरी मिलने के बाद सभी नए आधार और रीप्रिंट कार्ड इसी फॉर्मेट में जारी किए जाएंगे।
नया हाई-सिक्योरिटी आधार ऐप भी आएगा
UIDAI मौजूदा mAadhaar ऐप को बंद कर एक नए सुरक्षित मोबाइल ऐप की तैयारी कर रहा है। इसका उद्देश्य आधार को एक आधुनिक डिजिटल ऑथेंटिकेशन टूल बनाना है।
नए ऐप की मुख्य खासियतें होंगी:
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QR कोड स्कैन कर तुरंत पहचान
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फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा
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उपयोगकर्ता तय कर सकेगा कि कौन-सी जानकारी साझा करनी है
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होटल, सोसाइटी, एयरपोर्ट या कार्यक्रमों में बिना किसी दस्तावेज के तेजी से वेरिफिकेशन
UIDAI का कहना है कि आधार कार्ड को पहचान पत्र की तरह इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि डिजिटल प्रमाणीकरण के आधुनिक माध्यम के रूप में इसकी भूमिका को मजबूत किया जाना चाहिए।
