राजस्थान में कड़ा सुरक्षा पहरा, सीमा क्षेत्र में दो महीने तक आवाजाही पर रोक
दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद राजस्थान सरकार ने सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। राज्य प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक सीमा से सटे इलाकों में विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करते हुए तीन किलोमीटर के दायरे में आवाजाही पर दो महीने के लिए रोक लगाने का आदेश जारी किया है।
यह आदेश श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर डॉ. मंजू द्वारा जारी किया गया है। निर्देशों के अनुसार, हर दिन शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति सीमा क्षेत्र में प्रवेश करने की इजाजत नहीं होगी।
सुरक्षा कारणों से खेती और उपकरणों पर भी लगी पाबंदी
कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कारणों से तेज रोशनी वाले उपकरण, लाउडस्पीकर और अन्य उच्च ध्वनि वाले यंत्रों के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है।
इसके अलावा, सीमा के भीतर खेती करने वाले किसानों को अब स्थानीय बॉर्डर पोस्ट अधिकारियों से अनुमति लेकर ही कृषि कार्य करने की इजाजत होगी। बिना अनुमति खेती या किसी भी गतिविधि पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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ड्रोन से हथियार और नशे की तस्करी पर बढ़ी निगरानी
प्रशासन ने बताया कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, क्योंकि हाल के महीनों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए हथियार और नशीले पदार्थ भेजे जाने के कई मामले सामने आए हैं।
जानकारी के अनुसार, साल 2021 से अब तक ड्रोन तस्करी के 60 से अधिक मामले दर्ज हुए, जिनमें से 56 श्रीगंगानगर और चार बीकानेर बॉर्डर से जुड़े हैं। इन घटनाओं के चलते अब सीमा पर 24 घंटे निगरानी और गश्त बढ़ा दी गई है।
दिल्ली ब्लास्ट केस एनआईए को सौंपा गया
10 नवंबर को लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद जांच की जिम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दी गई है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि इस धमाके में इस्तेमाल हुए कुछ विस्फोटकों का लिंक राजस्थान के हनुमानगढ़ से जुड़ा हो सकता है।
गुजरात एटीएस ने हाल में जिन तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था, उनके पास से मिले हथियारों की सप्लाई सीमावर्ती इलाकों के रास्ते भारत में प्रवेश करने की संभावना जताई गई है।
सीमावर्ती जिलों में बढ़ाई गई चौकसी
राजस्थान, जो 1070 किलोमीटर लंबी भारत-पाक सीमा साझा करता है, के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों को हाई सिक्योरिटी जोन घोषित किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि अब सीमा के पास होने वाली हर संदिग्ध गतिविधि पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्रामीण इलाकों में गश्त बढ़ाएं और संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को दें।
