बस से हथियार तस्करी का पर्दाफाश: नाल पुलिस की बड़ी कार्रवाई, तीन आरोपी गिरफ्तार
बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। हाल ही में बस से जब्त किए गए चार पिस्टल और तीस कारतूस के मामले में यह बड़ी सफलता हाथ लगी है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर के निर्देशन में नाल थाना पुलिस और डीएसटी टीम ने संयुक्त रूप से की।
बस में पकड़े गए थे चार अवैध हथियार और 30 कारतूस
कुछ दिन पहले पुलिस ने नियमित जांच के दौरान एक बस से चार अवैध पिस्टल और तीस जिंदा कारतूस बरामद किए थे। इस पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी नाल थानाधिकारी विकास विश्नोई को सौंपी गई थी।
विश्नोई के नेतृत्व में गठित टीम ने तेजी से जांच करते हुए हथियार तस्करी में शामिल तीन लोगों को दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिका
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे हैं:
-
मोमराज, निवासी रोहीणा (फलौदी) – मुख्य सरगना
- Advertisement -
-
मोनाराम उर्फ मोहनराम, निवासी गिराजसर
-
रेवंतराम, निवासी रोहीणा (फलौदी)
जांच में खुलासा हुआ कि ये आरोपी मध्यप्रदेश से अवैध हथियार मंगवाकर राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में सप्लाई करते थे।
मुख्य सरगना मोमराज था नेटवर्क का संचालनकर्ता
थानाधिकारी विकास विश्नोई ने बताया कि मुख्य सरगना मोमराज मध्यप्रदेश के तस्करों से हथियार मंगवाकर अपने साथियों मोनाराम और रेवंतराम के जरिये अलग-अलग स्थानों पर भेजता था।
यह गिरोह लंबे समय से इस अवैध धंधे में सक्रिय था और आसपास के जिलों में भी हथियारों की आपूर्ति करता था।
पुलिस रिमांड पर आरोपी, नेटवर्क के और लिंक तलाशे जा रहे
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ के दौरान इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और आपूर्ति चैन की जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के तार राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश और हरियाणा तक जुड़े हो सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक का बयान
एसपी कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया,
“हथियारों की अवैध तस्करी पर सख्त कार्रवाई हमारी प्राथमिकता है। इस नेटवर्क के हर सदस्य को कानून के दायरे में लाया जाएगा।”
आगे की कार्रवाई
-
आरोपियों से बरामद हथियारों की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी।
-
यह भी जांचा जा रहा है कि इन हथियारों का उपयोग किसी आपराधिक वारदात में तो नहीं हुआ।
-
पुलिस नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस से समन्वय कर रही है।
