परिवहन विभाग की कार्रवाई से नाराज निजी बस संचालकों ने किया संचालन बंद करने का ऐलान
बीकानेर: जिले में परिवहन विभाग की लगातार हो रही कार्रवाई से नाराज निजी बस संचालकों ने 1 नवंबर से स्लीपर बसों का संचालन पूरी तरह बंद करने की घोषणा की है। इस संबंध में बीकानेर बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने शुक्रवार को आपात बैठक आयोजित कर हड़ताल का निर्णय लिया।
जैसलमेर हादसे के बाद बढ़ी सख्ती
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि जैसलमेर बस हादसे के बाद राज्य सरकार और परिवहन विभाग ने कार्रवाई तो तेज कर दी, लेकिन कोई स्पष्ट कॉमन गाइडलाइन जारी नहीं की गई। ऐसे में संचालक यह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि उन्हें किन नियमों का पालन करना है।
उन्होंने कहा कि विभाग मनमाने ढंग से बसों की जांच कर रहा है और अलग-अलग तरह की तकनीकी खामियां बताकर बस ऑपरेटरों को परेशान किया जा रहा है। इससे आम यात्रियों और व्यवसायियों दोनों को असुविधा झेलनी पड़ रही है।
“बॉडी बिल्डर्स के नियम बस मालिकों पर थोपे जा रहे”
अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग उन मानकों को भी लागू कर रहा है जो केवल बस बॉडी निर्माण कंपनियों के लिए हैं, जबकि इन नियमों का पालन ऑपरेटरों से करवाना गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले स्पष्ट नीति बनानी चाहिए और उसके बाद ही उसका पालन सुनिश्चित कराना चाहिए।
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एक समान गाइडलाइन की मांग
एसोसिएशन ने राज्य सरकार से मांग की है कि बस संचालन के लिए एक समान गाइडलाइन जारी की जाए, ताकि सभी जिलों में नियम एक जैसे लागू हों। ऑपरेटरों ने कहा कि जब तक सरकार की नीतियां स्पष्ट नहीं होंगी, वे हड़ताल पर बने रहेंगे और बीकानेर में निजी स्लीपर बसें नहीं चलेंगी।
अन्य जिलों के विरोध को मिलेगा समर्थन
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बीकानेर बस ऑपरेटर एसोसिएशन, राज्यभर में चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करेगा। इस निर्णय के बाद बीकानेर जिले में 1 नवंबर से निजी स्लीपर बसों का संचालन पूरी तरह ठप रहेगा।
 
             
             
        
 
         
         
         
         
         
         
         
        