कोलायत कार्तिक पूर्णिमा मेला 2025 की तैयारियाँ अंतिम चरण में, विधायक भाटी ने किया निरीक्षण
बीकानेर। 3 से 5 नवम्बर 2025 को कोलायत में आयोजित होने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियाँ अब अंतिम चरण में पहुँच गई हैं। विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने बुधवार को मेले की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान विधायक भाटी ने श्री कपिल मुनि मंदिर, सरोवर परिसर, झझू चौराहा, रामस्नेही साधु आश्रम और कोलायत बाजार क्षेत्र का पैदल निरीक्षण किया। इस दौरान सफाई, प्रकाश, पेयजल, यातायात और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जमीनी स्तर पर जायजा लिया गया।
मेला और भी दिव्य व भव्य बनाने के लिए किए जा रहे नवाचार
इस वर्ष मेले को दिव्य, भव्य और सुव्यवस्थित स्वरूप देने के लिए कई नवाचार किए जा रहे हैं। प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
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मुख्य और जनाना घाट को हेरिटेज लुक में संवारा जा रहा है।
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झझू चौराहा से कपिल सरोवर तक आकर्षक कॉरिडोर लाइटिंग तैयार की जा रही है।
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टेचरी फांटा से कोलायत तक मार्ग पर विशेष विद्युत सज्जा, पंच मंदिर और बारह महादेव मंदिरों में विशेष डेकोरेशन और फायरवर्क्स की तैयारी।
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सरोवर परिसर की सफाई और जलीय वनस्पति हटाने का कार्य शुरू किया गया।
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मंदिरों, छतरियों और वृक्षों को समान लाइटिंग से सजाया जा रहा है ताकि पूरा परिसर दिव्य आभा से रोशन हो।
विधायक भाटी का उद्देश्य और दिशा-निर्देश
विधायक भाटी ने कहा कि इस वर्ष का कार्तिक पूर्णिमा मेला धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक सौंदर्य और व्यवस्थित आयोजन का संगम बने। उनका लक्ष्य है कि कोलायत मेला राज्य स्तरीय पर्यटन और सांस्कृतिक आयोजन के रूप में पुष्कर की तर्ज पर स्थापित हो।
उन्होंने सभी विभागों को समन्वयपूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए और कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा, स्वच्छता और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
प्रमुख व्यवस्थाएं और आकर्षण
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मुख्य एवं जनाना घाट, मंदिर और सरोवर परिसर का विशेष सजावट और प्रकाश व्यवस्था।
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मेले के मार्गों पर सुरक्षा व यातायात प्रबंधन।
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बच्चों और आम श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक पथ व पेयजल व्यवस्था।
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सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए विशेष स्थानों का आयोजन।
समन्वय और उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण के दौरान उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी और स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसमें पूर्व प्रधान, समाजसेवी और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया।
