गाढ़वाला टोल प्लाजा को लेकर स्थानीय ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन लगातार तेज होता जा रहा है। रविवार को यह धरना 16वें दिन भी जारी रहा, जिसमें बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन की चुप्पी पर गहरी नाराजगी जताई और चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो आंदोलन और अधिक उग्र रूप लेगा।
प्रशासन की चुप्पी से ग्रामीण नाराज
ग्रामीणों का कहना है कि प्रदर्शन के इतने दिन बीत जाने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर बातचीत के लिए नहीं आया है। पूर्व में जिला कलेक्टर और एसडीएम ने टेलीफोन पर सकारात्मक आश्वासन अवश्य दिया था, लेकिन इसके बाद से न तो कोई संदेश मिला और न ही कोई कार्रवाई हुई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
संयुक्त संघर्ष समिति का गठन
रविवार को विभिन्न गांवों के प्रतिनिधियों ने मिलकर एक संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया है, जो आगे की रणनीति तय करेगी और आंदोलन की दिशा को गति देगी। इस समिति में निम्न गांवों के प्रतिनिधि शामिल हैं:
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नापासर
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रामसर
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मूंडसर
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सुरतसिंहपुरा
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सेजरासर
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बेलासर
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नौरंगदेसर
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सींथल
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गुंसाईसर
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गाढ़वाला
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हिम्म्तासर
समिति के सदस्यों ने बताया कि आगामी दिनों में उग्र आंदोलन की तिथि घोषित की जाएगी, अगर प्रशासन ने शीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
टोल फ्री की है मुख्य मांग
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की प्रमुख मांग है कि गाढ़वाला टोल प्लाजा पर स्थानीय गांवों को टोल शुल्क से मुक्त किया जाए। ग्रामीणों का तर्क है कि वे प्रतिदिन आवश्यक कामों के लिए इस टोल से गुजरते हैं, और लगातार शुल्क चुकाना आर्थिक रूप से बोझिल है। उनका कहना है कि यह टोल केवल वाणिज्यिक वाहनों पर लागू हो, न कि ग्रामीणों पर।
आंदोलन के तेज होने के संकेत
संयुक्त समिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई तो वे सड़क जाम, जनसभा और धरना तेज करने जैसे कदम उठाएंगे। इससे पहले भी ग्रामीणों ने कई बार शांति से वार्ता की कोशिश की, लेकिन उन्हें अब तक कोई संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।


