बीकानेर निवासी अनिल सोनी बने नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे के पैनल एडवोकेट, तीन वर्षों के लिए मिली जिम्मेदारी
बीकानेर, 30 सितंबर 2025:
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे के बीकानेर मंडल ने जिला एवं सत्र न्यायालयों में रेलवे के मामलों की पैरवी के लिए बीकानेर निवासी अधिवक्ता अनिल सोनी को पैनल एडवोकेट नियुक्त किया है। यह नियुक्ति साक्षात्कार प्रक्रिया के माध्यम से की गई, और उन्हें तीन वर्षों के लिए इस पद पर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह नियुक्ति नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे के डीजीएम (लॉ) प्रतुल सुरोलिया द्वारा अधिकृत आदेश के तहत की गई है।
रेलवे के प्रति निष्ठापूर्वक कार्य करने का संकल्प
नियुक्ति के बाद प्रतिक्रिया देते हुए एडवोकेट अनिल सोनी ने कहा:
“रेलवे द्वारा दी गई यह जिम्मेदारी मेरे लिए गर्व की बात है। मैं पूरी निष्ठा और ईमानदारी से रेलवे के हितों की न्यायालय में रक्षा करूंगा। यह न केवल मेरा दायित्व है, बल्कि मेरी प्रतिबद्धता भी है।”
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कानूनी दक्षता और सामाजिक सक्रियता के लिए जाने जाते हैं अनिल सोनी
अनिल सोनी बीकानेर जिले में कानूनी सलाहकार, सामाजिक कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में ख्यातिप्राप्त हैं। वे पूर्व में भी कई सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं के साथ कानूनी सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनकी नियुक्ति को बीकानेर के विधिक क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
पैनल एडवोकेट की भूमिका क्या होती है?
रेलवे जैसे सार्वजनिक उपक्रमों के पैनल एडवोकेट का कार्य होता है:
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न्यायालयों में लंबित मामलों की सक्रिय पैरवी करना
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रेलवे से संबंधित कानूनी राय देना
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दस्तावेजों की विधिक समीक्षा करना
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रेलवे अधिकारियों को समय-समय पर कानूनी मार्गदर्शन देना


