श्रीडूंगरगढ़ में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान बवाल, पुलिस व पालिका कर्मचारियों से धक्का-मुक्की, एफआईआर दर्ज
श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर):
शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ के मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान ठेला-रेहड़ी यूनियन और पालिका पुलिस दस्ते के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई। यह अभियान उपखंड अधिकारी के आदेश पर चलाया जा रहा था, जिसमें पालिका के कर्मचारी और पुलिस बल शामिल थे।
घटना के बाद देर रात पालिका सफाई कर्मचारी रामलाल पुत्र गिरधारीलाल वाल्मिकी, निवासी मोमासर बास, ने तीन नामजद समेत 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोपियों पर राजकार्य में बाधा डालने, सरकारी सामान छीनने और जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाया गया है।
क्या था मामला?
शुक्रवार शाम करीब 4:00 से 4:30 बजे के बीच, उपखंड अधिकारी के निर्देश पर पालिका टीम ने श्रीडूंगरगढ़ बाजार में अवैध ठेले और रेहड़ियों को हटाने की कार्रवाई शुरू की।
अमीर पट्टी इलाके में जब यह कार्रवाई पहुंची, तो कुछ लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। रमजान, गौरव टाडा और मुकेश ज्याणी सहित करीब 20 से 25 लोगों ने कार्रवाई कर रहे कर्मियों से धक्का-मुक्की की और उन्हें कार्य से रोका।
- Advertisement -
परिवादी के अनुसार, आदेश के अनुसार जब्त किया गया सामान भी इन लोगों ने छीन लिया और मौके पर मौजूद सरकारी कर्मचारियों को जातिगत अपशब्द कहे गए।
पुलिस कार्रवाई और जांच
रामलाल की शिकायत पर पुलिस ने राजकार्य में बाधा, बल प्रयोग, अभद्रता और जातिसूचक टिप्पणी जैसे संगीन आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल मामले की जांच सीओ श्रीडूंगरगढ़ को सौंपी गई है, जो सभी तथ्यों और साक्ष्यों की गहनता से जांच करेंगे।
इधर, पुलिस प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि किसी ने सरकारी कार्य में अड़चन डाली है, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी।
बाजार में फैली असमंजस की स्थिति
इस घटनाक्रम के बाद कुछ देर के लिए बाजार में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दुकानदारों और ग्राहकों के बीच अभियान को लेकर भ्रम और असमंजस देखा गया। हालांकि पुलिस की तत्परता से स्थिति जल्दी नियंत्रण में आ गई।
स्थानीय व्यापारियों ने प्रशासन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को व्यवस्थित और संवाद आधारित तरीके से करने की मांग की है, ताकि तनाव से बचा जा सके।
