बीकानेर, 21 सितंबर 2025: राजस्थान के बीकानेर जिले के लूणकरणसर थाना क्षेत्र में सामाजिक भेदभाव से जुड़ा एक चिंताजनक मामला सामने आया है। धीरेरां गांव के निवासी राकेश कुमार ने थाना लूणकरणसर में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि उसे केवल इस वजह से बेरहमी से पीटा गया क्योंकि उसने एक मटकी से पानी पी लिया था।
यह घटना 19 सितंबर की शाम की बताई जा रही है, जो धीरेरा स्टेशन परिसर में हुई।
मजदूरी के पैसे न देने पर शुरू हुआ विवाद
राकेश के अनुसार, वह आरोपी पक्ष के लिए मजदूरी का कार्य करता था। जब उसने अपनी मेहनत की मजदूरी की मांग की, तो आरोपियों ने उसे भुगतान करने से इनकार कर दिया। विवाद के दौरान जब राकेश ने पास ही रखी मटकी से पानी पीया, तो आरोपियों ने आपत्ति जताई और उसे कथित तौर पर जातिसूचक गालियां देने लगे।
‘मटकी को अछूत कर दिया’ कहकर की मारपीट
परिवादी राकेश ने बताया कि जैसे ही उसने पानी पिया, वहां मौजूद सुभाष, जसु, जीतराम, बीकी और गोपीराम ने उस पर आरोप लगाया कि उसने ‘उनकी मटकी को अछूत कर दिया’। इसके बाद आरोपियों ने एकजुट होकर उसके साथ मारपीट की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमानित किया।
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घटना के बाद पीड़ित राकेश ने लूणकरणसर थाने में शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस ने किया मामला दर्ज, जांच जारी
थानाधिकारी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संगीन धाराओं और अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं।
सामाजिक समरसता पर गहरा सवाल
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि 21वीं सदी में भी जातिगत भेदभाव जैसी मानसिकता किस हद तक समाज में जड़ें जमाए हुए है। केवल मटकी से पानी पीने भर पर किसी व्यक्ति के साथ हिंसा करना और उसकी जाति को अपमानित करना, हमारे सामाजिक ढांचे की विडंबनाओं को उजागर करता है।
मानवाधिकार संगठनों की नज़र
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना पर चिंता जताते हुए प्रशासन से निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की मांग की है। संगठनों ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज करना, समाज में असमानता को और बढ़ावा देना है।
