बीकानेर। राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2025 में इस बार सुरक्षा मानकों ने अभूतपूर्व ऊँचाई छू ली। बीकानेर जिले में आयोजित परीक्षा में परीक्षार्थियों को प्रवेश से पहले ऐसे परीक्षणों से गुजरना पड़ा, जिसने कई को हैरान कर दिया। परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने और नकल पर पूरी तरह लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने इस बार कई कड़े कदम उठाए।
परीक्षा के दो दिनों में बीकानेर के 23 केंद्रों पर लगभग 9,000 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। प्रवेश से पूर्व पुरुषों और महिलाओं—दोनों को ही अपने पहनावे और निजी वस्तुओं को लेकर सख्त जांच से गुजरना पड़ा।
महिला अभ्यर्थियों को करनी पड़ी आस्तीन की कटाई
महिला उम्मीदवारों को केंद्र में प्रवेश से पहले अपने पूरी बांह के कुर्तों की आस्तीन काटनी पड़ी। इसके अलावा, उनके हाथों में बंधे मौली, रक्षासूत्र और अन्य धागों को भी हटवाया गया। प्रशासन का कहना है कि इनमें नकल की आशंका को पूरी तरह खत्म करने के लिए यह कदम उठाया गया।
पुरुष अभ्यर्थियों को बदलने पड़े कपड़े, जींस से हटवाए गए मेटल बटन
पुरुष परीक्षार्थियों को भी कड़े नियमों का सामना करना पड़ा। कई केंद्रों पर उनसे फुल स्लीव शर्ट उतरवा ली गई, जबकि कुछ को अपनी जींस के मेटल बटन निकालने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी गई। मेटल डिटेक्टर से जांच और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के बिना किसी को प्रवेश नहीं दिया गया।
- Advertisement -
हाई लेवल सुरक्षा निगरानी: आईजी और एसपी खुद कर रहे थे मॉनिटरिंग
बीकानेर में इस बार सुरक्षा की ज़िम्मेदारी एएसपी स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई थी। खुद आईजी हेमंत शर्मा और एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने व्यवस्थाओं की निगरानी की। पूरे रेंज में 77 मोबाइल टीमें लगातार निगरानी में जुटी रहीं। हर परीक्षा केंद्र पर सुरक्षाकर्मी, उड़नदस्ते और टेक्निकल टीमें तैनात रहीं।
निष्पक्षता का दावा, सख्ती को बताया ज़रूरी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस बार परीक्षा को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित करने के लिए ये सख्त कदम उठाए गए हैं। अधिकारियों का मानना है कि पहले हुईं धांधलियों और पेपर लीक की घटनाओं से सबक लेते हुए यह जरूरी हो गया था कि इस बार किसी भी प्रकार की लापरवाही की गुंजाइश न रहे।