बीकानेर। जिले के उतामदेसर टोल प्लाज़ा को लेकर ग्रामीणों में लंबे समय से चल रहा आक्रोश शनिवार को विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया। लालमदेसर बड़ा, लालमदेसर छोटा, सादर, मसूरी और उतामदेसर सहित कई गांवों के ग्रामीणों ने टोल पर इकट्ठा होकर ज़ोरदार प्रदर्शन किया। इस आंदोलन का नेतृत्व प्रधान प्रतिनिधि आत्माराम तर्ड और युवा नेता मगनाराम केडली ने किया।
ग्रामीणों की प्रमुख मांग है कि टोल प्लाज़ा से 11 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों की स्थानीय वाहनों को टोल शुल्क से स्थायी रूप से छूट दी जाए। उनका कहना है कि अधिकांश ग्रामीण रोज़मर्रा के कामों के लिए इस मार्ग से कई बार आते-जाते हैं और हर बार टोल चुकाना उनके लिए आर्थिक रूप से संभव नहीं है।
प्रदर्शन के कारण टोल पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और कुछ समय के लिए जाम जैसी स्थिति बन गई। प्रशासन को इसकी जानकारी मिलते ही डिप्टी एसपी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। बातचीत के बाद यह तय किया गया कि अगले दो दिन तक इन गांवों के वाहनों से कोई टोल नहीं वसूला जाएगा।
हालांकि, यह सहमति केवल अस्थायी है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर स्थायी निर्णय नहीं लिया गया, तो आने वाले दिनों में वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे, जिसमें सड़क जाम और धरना प्रदर्शन जैसे कदम भी शामिल हो सकते हैं।
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नेता आत्माराम तर्ड ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह केवल शुरुआत है। अगर सरकार और प्रशासन ने समय रहते समाधान नहीं निकाला, तो ग्रामीण मजबूरन उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।