बीकानेर। सिद्ध समाज विकास संस्थान, बीकानेर के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उनके जयपुर स्थित आवास पर शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात मुख्यमंत्री के विशेष आमंत्रण पर शनिवार को सम्पन्न हुई, जिसमें समाज के उत्थान से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सारगर्भित चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर श्री देव जसनाथजी महाराज द्वारा किए गए समाज सुधार कार्यों की सराहना करते हुए सिद्ध समाज की सांस्कृतिक परंपराओं को गौरवशाली बताया। उन्होंने समाज के इतिहास और योगदान को राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग माना।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से समाज की वर्तमान परिस्थितियों, आवश्यकताओं और चुनौतियों के बारे में जानकारी ली और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार समाज के समावेशी विकास के लिए हर संभव सहयोग देगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सिद्ध समाज की मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को कतरियासर में जसनाथजी पेनोरमा की स्वीकृति के लिए धन्यवाद प्रकट किया। साथ ही तीन मुख्य मांगें रखीं—
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सिद्ध समाज को केंद्रीय आरक्षण में शामिल करने,
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जयपुर में छात्रों के लिए छात्रावास निर्माण हेतु भूमि आवंटन,
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श्री देव जसनाथजी जन कल्याण बोर्ड के गठन की मांग।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को विश्वास दिलाया कि समाजहित में इन प्रस्तावों पर सकारात्मक कार्यवाही की जाएगी।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सिद्ध समाज विकास संस्थान के अध्यक्ष कुंभाराम सिद्ध ने किया। मुख्य महंत बीरबल नाथ ज्याणी के सान्निध्य में शामिल प्रमुख प्रतिनिधियों में पूर्व सरपंच दूंकर कुशलनाथ सिद्ध, युवा महासभा के पूर्व अध्यक्ष किसननाथ ज्याणी, वर्तमान अध्यक्ष मुन्ना नाथ सहू, दुर्गनाथ गिरदावर, शिवरतन मैईया, खिराजनाथ जाखड़, अमीलाल गोदारा (बेनीसर), समिति अध्यक्ष मांगीलाल गोदारा, नोरंगनाथ गोदारा, भीयांनाथ जाखड़, श्रीराम कलवानिया, शिवनाथ तरड़ (नाथूसर), सुखनाथ घिंटाल, राजूनाज गोदारा, राजेन्द्र गोदारा और बहादुर नाथ कूकणा शामिल रहे।
प्रतिनिधिमंडल और मुख्यमंत्री के बीच यह संवाद न केवल सौहार्दपूर्ण रहा बल्कि समाज के भविष्य को लेकर आशा और विश्वास से भी परिपूर्ण था।