बीकानेर फायरिंग कांड में बड़ा खुलासा: करणीनगर से शिव सिंह हिरासत में, गिरोह कनेक्शन की जांच तेज
बीकानेर शहर के शांत माहौल को दहशत में बदल देने वाली सुखदेव चायल के घर पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी की दिशा में पहली बड़ी सफलता हासिल की है।
घटना के दो दिन बाद शुक्रवार को पुलिस ने करणीनगर इलाके में नरेंद्र भवन के पास से एक संदिग्ध युवक शिव सिंह भलूरी को हिरासत में लिया है, जो फायरिंग की साजिश में शामिल बताया जा रहा है।
फायरिंग से पहले दी गई थी फोन पर धमकी
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वारदात से पहले पीड़ित को फोन पर धमकी दी गई थी, जिसमें फिरौती की मांग की गई थी। इस पहलू को लेकर भी पुलिस पूछताछ कर रही है कि क्या शिव सिंह सीधे तौर पर रंगदारी मांगने वाले नेटवर्क का हिस्सा है।
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सूत्रों के अनुसार, सात राउंड फायरिंग के जरिए आरोपियों ने जानबूझकर दहशत का माहौल बनाने की कोशिश की।
रोहित गोदारा और हरि बॉक्सर गैंग से जुड़ाव की जांच
पुलिस को यह भी संदेह है कि इस फायरिंग का संबंध कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा और हरि बॉक्सर गैंग से हो सकता है।
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वारदात के तुरंत बाद हरि बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी, जिससे शक की सुई सीधे इस गैंग की ओर मुड़ गई।
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हालांकि, हरि बॉक्सर और रोहित गोदारा की गैंग आपस में प्रतिद्वंद्वी मानी जाती हैं, ऐसे में पुलिस यह भी जांच रही है कि इस फायरिंग के पीछे असली मास्टरमाइंड कौन है – हरि बॉक्सर खुद या कोई तीसरा पक्ष जो गैंगवार को बढ़ावा देना चाहता है।
शिव सिंह से नेटवर्क की जानकारी जुटाने की कोशिश
पुलिस की क्राइम ब्रांच और इंटेलिजेंस यूनिट अब शिव सिंह से गहन पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि:
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फायरिंग में शामिल अन्य लोग कौन थे?
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किसके कहने पर यह हमला किया गया?
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क्या इसमें बीकानेर के किसी लोकल गैंग का भी हाथ है?
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धमकी देने और फिरौती मांगने के पीछे की असली मंशा क्या थी?
बीकानेर पुलिस हर एंगल से कर रही जांच
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम इस केस की हर एंगल से जांच कर रही है – तकनीकी सर्विलांस से लेकर स्थानीय खुफिया तंत्र को सक्रिय किया गया है।
वारदात की गंभीरता को देखते हुए शहर में हाई अलर्ट घोषित किया गया है और कई संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है।