राजस्थान में बारिश से बिगड़ते हालात, सीएम ने मंत्रियों और विधायकों को सक्रिय रहने के दिए निर्देश
जयपुर। राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जिलों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तत्काल प्रभाव से मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं।
दो दिनों तक सघन दौरे करने के आदेश
सीएम शर्मा ने मंत्रियों से स्पष्ट रूप से कहा है कि वे आगामी दो दिनों तक अपने प्रभार वाले जिलों में सघन दौरे करें और राहत कार्यों की निगरानी स्वयं करें। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कोई भी मंत्री या जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की स्थिति से अनजान न रहे और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दें।
अफसरों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी आदेश में सभी जिला कलेक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों को भी अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थिति की लगातार समीक्षा करें और आपातकालीन जरूरतों को प्राथमिकता दें।
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कार्यकर्ताओं से सहयोग की अपील
सीएम शर्मा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी अपील की है कि वे राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर प्रशासन का सहयोग करें और प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने में मदद करें। उन्होंने कहा,
“यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि सेवा और एकजुटता का है। हम सभी का कर्तव्य है कि संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों के साथ खड़े रहें।”
संवेदनशील इलाकों पर विशेष ध्यान
राज्य सरकार ने उन जिलों की पहचान की है जहां बारिश ने सबसे ज्यादा असर डाला है। इन जिलों में सीकर, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, और बांसवाड़ा प्रमुख हैं। यहां राहत कैंप स्थापित किए जा रहे हैं और पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
सीएम की स्थिति पर लगातार नजर
मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और समय-समय पर मुख्य सचिव एवं आपदा प्रबंधन विभाग से अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
            
            
        