सीकर, राजस्थान।
बाबा खाटूश्यामजी मंदिर में इस सप्ताहांत श्रद्धालुओं को बड़ा झटका लगने वाला है। 6 सितंबर की रात 10 बजे से लेकर 8 सितंबर की शाम 5 बजे तक मंदिर में दर्शन पूरी तरह बंद रहेंगे। इस दौरान किसी को भी मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
दर्शन बंद होने का कारण: चंद्रग्रहण और तिलक कार्यक्रम एक साथ
मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हर अमावस्या के बाद बाबा का स्नान और तिलक कार्यक्रम होता है, जिस कारण मंदिर कुछ समय के लिए बंद रहता है।
लेकिन इस बार चंद्रग्रहण और तिलक कार्यक्रम एक साथ पड़ने के कारण मंदिर 43 घंटे के लिए बंद रहेगा।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना इस कार्यक्रम के अनुसार बनाएं।
इत्र और कांटेदार गुलाब पर पूर्ण प्रतिबंध
प्रशासन ने मंदिर में इत्र की शीशी और कांटेदार गुलाब चढ़ाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
श्रद्धालु अक्सर मूर्ति की ओर लाइन में ही कांच की शीशियां और गुलाब फेंक देते थे, जिससे सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों और अन्य भक्तों को चोट पहुंचती थी।
- Advertisement -
हाल ही में एक युवती के पैर में कांच का टुकड़ा चुभ गया, जिससे उसे गंभीर चोट लगी। इसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
हालांकि पहले से ही कांच की शीशियों में इत्र बेचना प्रतिबंधित था, लेकिन कुछ दुकानदार इसका उल्लंघन कर रहे थे।
सीकर कलेक्टर मुकुल शर्मा और एसपी प्रवीण नायक ने बुधवार को मंदिर का दौरा किया और आदेश दिए कि
“जो भी दुकानदार कांच की इत्र की बोतलें या कांटेदार गुलाब बेचते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि: प्रशासन
प्रशासन का कहना है कि खाटूश्यामजी मंदिर में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसलिए उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और नगरपालिका प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे तुरंत इन नियमों को लागू करवाएं और उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई करें।