राज्यपाल ने 52 अभियोजन अधिकारियों को दी पदोन्नति, बीकानेर के चार अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी
जयपुर/बीकानेर। राजस्थान सरकार द्वारा अभियोजन विभाग में एक अहम प्रशासनिक निर्णय लेते हुए 52 अभियोजन अधिकारियों को सहायक निदेशक अभियोजन पद पर पदोन्नत किया गया है। इस निर्णय से राज्यभर के अभियोजन विभाग में कार्यरत अधिकारियों में उत्साह का माहौल है।
राज्यपाल की अनुमति से जारी गृह (विधि) विभाग के आदेश में बीकानेर जिला मुख्यालय पर तैनात चार अधिकारियों को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें भगवानसिंह राठौड़ और शरद कुमार ओझा को उप निदेशक अभियोजन पद पर पदोन्नति दी गई है, जबकि संजीव पुरोहित और गजेन्द्र सिंह राठौड़ को सहायक निदेशक अभियोजन के पद पर प्रमोट किया गया है।
राज्यभर के 52 अधिकारियों को सहायक निदेशक अभियोजन पद पर पदोन्नति
राजस्थान के गृह (विधि) एवं अभियोजन निदेशालय द्वारा जारी आदेश में बताया गया कि राज्यपाल के अनुमोदन से 52 अधिकारियों को पदोन्नति दी गई है। यह पदोन्नति उनके लंबे सेवाकाल, दक्षता और विभागीय कार्यों में सक्रियता को ध्यान में रखते हुए की गई है।
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इस आदेश में साफ किया गया है कि सभी पदोन्नत अधिकारियों को नए पदस्थापन आदेश जल्द ही जारी किए जाएंगे, जिससे वे अपने नवीन दायित्वों का निर्वहन सुचारु रूप से कर सकें।
बीकानेर को मिला अनुभवी नेतृत्व
बीकानेर में कार्यरत चार अधिकारियों को उच्च पदों पर प्रमोट किए जाने से जिले में अभियोजन कार्य प्रणाली को नया नेतृत्व मिलेगा।
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भगवानसिंह राठौड़ और शरद कुमार ओझा, जो अब उप निदेशक अभियोजन बने हैं, उन्हें इस क्षेत्र में लंबा अनुभव और कार्यकुशलता हासिल है।
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वहीं संजीव पुरोहित और गजेन्द्र सिंह राठौड़ की पदोन्नति से जिले में अभियोजन व्यवस्था और अधिक सशक्त होने की उम्मीद है।
शासन सचिव रवि शर्मा ने जारी किए आदेश
इस संबंध में शासन सचिव गृह (विधि) एवं निदेशक अभियोजन रवि शर्मा द्वारा राजस्थान सरकार, जयपुर से आधिकारिक आदेश जारी किए गए। आदेश में यह भी कहा गया कि सभी पदोन्नत अधिकारियों को उनके नवपदस्थापन स्थान पर शीघ्र कार्यभार ग्रहण करना होगा।
राज्य में अभियोजन व्यवस्था को मिलेगा नया बल
राज्य सरकार द्वारा की गई इस पदोन्नति प्रक्रिया को अभियोजन तंत्र के सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। इससे ना केवल न्यायिक प्रक्रिया में दक्षता बढ़ेगी, बल्कि अधिकारियों को उनकी सेवाओं के लिए उचित सम्मान भी मिलेगा।