अमेरिका के लिए डाक सेवा पर अस्थायी रोक, भारतीय डाक का बड़ा फैसला लाखों को करेगा प्रभावित
भारत सरकार के डाक विभाग ने अमेरिका के लिए सभी प्रकार की डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। यह फैसला हाल ही में लागू हुए 50% अमेरिकी टैरिफ के चलते लिया गया है, जो अमेरिका पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय पोस्टल आइटम्स पर लागू किया गया है। डाक विभाग के इस निर्णय का सीधा असर उन लाखों भारतीयों पर पड़ेगा जो अमेरिका में अपने रिश्तेदारों और व्यापारिक सहयोगियों को पार्सल या उपहार भेजते हैं।
किन डाक सेवाओं पर रहेगा असर?
डाक विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह निलंबन पत्रों (letters), दस्तावेजों (documents) और 100 डॉलर तक के उपहारों (gift items) पर लागू नहीं होगा। यानी कि यदि कोई डाक वस्तु इन श्रेणियों में आती है, तो उसे अमेरिका भेजा जा सकता है।
अन्य सभी प्रकार के पार्सल, रजिस्टर्ड पोस्ट, कोरियर और भारी वस्तुओं की बुकिंग पर फिलहाल रोक रहेगी।
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रिफंड के लिए ऐसे करें क्लेम
डाक विभाग ने उन ग्राहकों को रिफंड का विकल्प दिया है, जिन्होंने निलंबन से पहले ही अमेरिका के लिए डाक बुक करवा दी थी। इन ग्राहकों को डाक शुल्क वापसी के लिए निकटतम डाकघर में आवेदन करना होगा।
सरकारी बयान में कहा गया है:
“डाक विभाग अपने ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए खेद प्रकट करता है और स्थिति सामान्य होते ही सेवाएं पुनः शुरू की जाएंगी।”
टैरिफ नियम में क्या है बदलाव?
अमेरिकी फेडरल प्रशासन ने 30 जुलाई 2025 को एक आदेश जारी कर सभी अंतरराष्ट्रीय डाक पर कंट्री-स्पेसिफिक IEEPA (International Emergency Economic Powers Act) टैरिफ फ्रेमवर्क लागू कर दिया है। इसके अनुसार, अमेरिका पहुंचने वाले सभी पार्सल पर भारी कस्टम ड्यूटी लगेगी।
हालांकि, 100 डॉलर तक के गिफ्ट आइटम्स को इस टैरिफ से छूट दी गई है। यही वजह है कि डाक विभाग इन कैटेगरीज में आने वाली वस्तुओं की बुकिंग जारी रखेगा।
डाक विभाग की रणनीति और आगे की योजना
डाक विभाग ने कहा है कि वह अमेरिका की पोस्टल एजेंसियों — CBP (Customs and Border Protection) और USPS (United States Postal Service) से समन्वय कर स्थिति का निरंतर आकलन कर रहा है।
“हम सभी हितधारकों के सहयोग से जल्द से जल्द सेवाएं सामान्य करने के लिए प्रयासरत हैं।” – डाक विभाग